मथुरा ,कृष्णा अपार्टमेंट में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में सातवें दिन कथावाचक पंडित राजेश अग्निहोत्री भागवताचार्य ने श्री कृष्ण भगवान के श्री कृष्ण भगवान के सोलह हजार एक सौ आठ विवाह का वर्णन सुनाते हुए सुदामा चरित्र सुनाते हुए कहा कि मित्रता करना आसान है परन्तु मित्रता निभाना कठिन है।हर व्यक्ति मित्रता का नं तो अर्थ जानता है और न ही निभाना जानता है। मित्रता श्री कृष्ण भगवान और सुदामा जैसी होनी चाहिए।दूध और पानी का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें दूध और पानी से मित्रता निभाना सीखना चाहिए। परीक्षित जी का मोक्ष सुनाते हुए अंत में श्रीमद्भागवत जी का सारांश सुनाया।इस अवसर पर अखिल भारत हिन्दू महासभा की जिलाध्यक्ष श्री मती छाया गौतम,प्रिंस पाण्डेय सहित पूरी टीम ने कथा पाण्डाल में पहुंच कर व्यासपीठ का आशीर्वाद प्राप्त किया। अंत फूलों की होली का कार्यक्रम हुआ।विख्यात भजन गायक कृष्णा ने भजन और होली को सुनाकर श्रोताओं का मन मोहित कर लिया। सभी भक्तों नृत्य करने को मजबूर हो गए ।