हरिद्वार उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में एमडी और एमएस की 58 सीटें बढ़ाने की मंजूरी दे दी है, जिससे विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को दूर करने में मदद मिलेगी। यह मंजूरी राज्य की चिकित्सा शिक्षा को मजबूत करने और सुपर स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ाने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है।
प्रदेश सरकार की ओर से पीजी सीटें बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था। इस पर एनएमसी ने राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून में एमएस व एमडी की 10, हल्द्वानी में 13 और अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में 35 सीटों की मंजूरी दी है।फार्माकोलॉजी, एनाटोमी, माइक्रोबायोलॉजी, ऑप्थल्मोलॉजी, फॉरेंसिक मेडिसिन, ऑर्थोपेडिक्स, जनरल मेडिसिन, पैथोलॉजी, कम्युनिटी मेडिसिन, ईएनटी, फिजियोलॉजी, एनास्थेसियोलॉजी व सर्जरी, बायोकैमिस्ट्री, गायनोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिक्स पाठ्यक्रम में एमबीबीएस डॉक्टर एमएस व एमडी कर सकेंगे।
प्रदेश में पांच राजकीय मेडिकल कॉलेज संचालित है। इसमें देहरादून, हल्द्वानी व श्रीनगर में 19 पाठ्यक्रमों में पीजी की कुल 174 सीटें हैं। जबकि अल्मोड़ा व हरिद्वार मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स की सुविधा नहीं है। अब नई सीटें मिलने से प्रदेश को विशेषज्ञ डॉक्टर मिलेंगे।प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए मेडिकल कॉलेजों में पीजी की सीटें बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार लक्ष्य रखा है कि प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में एमएस व एमडी की 100-100 सीटें हो