हरिद्वार, बुजुर्ग होने के बाद कुछ बच्चे मां बाप को घर से बाहर निकाल देते हैं जिसकी वजह से वह मानसिक और तनाव की जिंदगी जीते हैं कहा जाता है कि बुजुर्गों की सेवा करना सबसे बड़ा पुण्य का काम होता है बुढ़ापे में काम आने वाले बच्चे ही अपने बुजुर्ग को घर से बाहर निकाल देते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं होगा सरकार ने इस को सख्त कदम के उठाते हुए एक टोल फ्री नंबर जारी किया है जिस पर हर कोई बुजुर्ग अपनी समस्या बता सकता है वही आईटी पार्क में समाज कल्याण विभाग की ओर से चलाई जाने वाली उत्तराखंड वरिष्ठ नागरिक हेल्पलाइन सेवा 14567 का शुभारंभ कर दिया अब एक फोन पर होगा बुजुर्गों की समस्याओं का समाधान इसके जरिये दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले बुजुर्गों की समस्या का समाधान हो सकेगा। वहीं, उन तक योजनाओं का लाभ भी पहुंचेगा। सीएम ने कहा कि बुजुर्गों की सहायता के लिए सभी को आगे आना चाहिए। इसके लिए जनजागरूकता जरूरी है उनकी समस्याओं का समाधान करना है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ जनों के कल्याण के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी ग्राम स्तर तक दी जाए। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि हेल्पलाइन 14567 बुजुर्गों की समस्याओं को दूर करने के लिए उपयुक्त मंच होगी। जिससे उन्हें भावनात्मक सहयोग भी मिलेगा। वहीं, समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि हेल्पलाइन से वरिष्ठजनों की समस्याओं का घर बैठे समाधान हो सकेगा। यह कॉल सेंटर ही नहीं बल्कि कनेक्ट सेंटर भी बनेगा। उन्होंने कहा कि कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों का व्यवहार कुशल हो। विभागीय अधिकारी भी इन पर निगरानी रखें।
अपर सचिव समाज कल्याण रामविलास यादव ने बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार व समाज कल्याण विभाग उत्तराखंड की ओर से इस योजना को शुरू किया गया है। सुबह आठ से रात आठ बजे तक इस पर संपर्क किया जा सकता है। इस मौके पर प्रमुख सचिव एल फैनई सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।