हरिद्वार, देहरादून से पहुंची ईडी की टीम ने यहां तिकोनिया स्थित दवा कारोबारी बनमीत नरूला के आवास पर छापा मारा है। इससे क्षेत्र मे हड़कंप मचा गया है। इस कार्रवाई के दौरान बाहरी लोगों का घर में प्रवेश वर्जित रहा वही नौकर भी बाहरी खड़े रहे ईडी ने अलमारी की खुलवाने के लिए चाबी बनाने वाले को बुलवाया
जानकारी के अनुसार बनमीत नरूला को कुछ दिन पहले वॉशिंगटन डीसी डार्क वेब के माध्यम से दवाओं की कालाबाजारी करने के आरोप में 7 साल की सजा सुनाई गई थी। बनमीत ने अपने गुनाह को भी कबूला था। वहीं इसी मामले में शुक्रवार को देहरादून ईडी की टीम ने बनमीत के घर में छापा मारा है।
छापेमारी के वक्त बनमीत नरूला के घर में उनके पिता सुरजीत नरूला और परिवार के लोग मौजूद थे। छापेमारी के बाद से किसी भी बाहरी व्यक्ति को घर में नहीं घुसने दिया जा रहा है। बाहरी लोग काम करने आए तो उनको अंदर जाने नहीं दिया गया। गेट पर स्थानीय पुलिस का कड़ा पहरा है। सुबह टीम जब यहां पहुंची तो अलमारी और तिजोरी का ताला खोलने के लिए चाबी बनाने वाले को बुलाया गया। इसके बाद ईडी की टीम ने अलमारी और तिजोरी के साथ घर में रखे तमाम दस्तावेज खंगाले। फिलहाल ईडी की टीम छानबीन कर रही हैं। बताया जा रहा है कि ईडी की टीम मामले से जुड़े अन्य स्थानों पर भी छापेमारी कर रही है।
बनमीत के पिता सुरजीत नरूला से बातचीत करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने इस बारे में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। बताया जा रहा है कि हलद्वानी निवासी बनमीत सिंह को अप्रैल 2019 में लंदन में गिरफ्तार किया गया था और 2023 में अमेरिका में प्रत्यर्पित किया गया था। उसे कोलंबस अदालत के समक्ष नियंत्रित पदार्थों को वितरित करने के इरादे से रखने की साजिश और मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया और सात साल की सजा सुनाई गई थी। कुमाऊं के नैनीताल जिले में ईडी की यह पहली बड़ी कार्यवाही है।