हरिद्वार, विजय पंडित) एक तरफ आज उत्तराखंड की दो विधानसभा में चुनाव होने हैं वही इस चुनाव के बाद कौन बनता है विधायक बद्रीनाथ विधान सभा से विधायक की जीत के लिए सभी राजनीति पार्टियो ने अपनी एड़ी चोटी का जोर लगा दिया उत्तराखण्ड के केदारनाथ से दुखद खबर सामने आ रही है विधायक शैलारानी रावत का मंगलवार रात निधन हो गया
मिली जानकारी अनुसार विधायक शैलारानी दो दिन से मैक्स अस्पताल में वेंटिलेटर पर थीं। रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर के बाद हुई सर्जरी के बाद से वह उभर नहीं पाई थी। वर्ष 2017 में विस चुनाव प्रचार के दौरान शैलारानी रावत गिर गई थीं, जिससे उन्हें आंतरिक चोट आई थी। चोट से मांस फटने के कारण उन्हें कैंसर भी हो गया था। करीब तीन वर्ष तक चले इलाज के बाद वह स्वस्थ्य होकर अपने घर लौटी और फिर से राजनीति में सक्रिय हो गईं।
रुद्रप्रयाग में होगा अंतिम संस्कार: शैलारानी रावत 68 साल की थीं. केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत के निधन से इलाके में शोक की लहर है. मैक्स अस्पताल में निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर उनके देहरादून स्थित आवास पर ले जाया गया. शैलारानी के पर्सनल असिस्टेंट पप्पू ने बताया कि आज उनका अंतिम संस्कार रुद्रप्रयाग में किया जाएगा.
शैलारानी ने अपना राजनीतिक सफर कांग्रेस से शुरू किया था और 2012 में वह विधानसभा पहुंची थीं। हरीश रावत की सरकार के दौरान कांग्रेस में हुई बगावत के समय शैलारानी भी पार्टी के नौ वरिष्ठ विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गईं।
भाजपा ने 2017 विधानसभा चुनाव में उन्हें केदारनाथ सीट से टिकट दिया था, लेकिन वह हार गई थीं। 2022 में पार्टी ने उन्हें फिर प्रत्याशी बनाया। तब शैलारानी ने जीत दर्ज की थी। अब उनके निधन के बाद यह सीट खाली हो गई है।