हरिद्वार,उत्तराखंड में भी कोरोना धीरे-धीरे पैर पसार रहा है. बुधवार को दो नए मामले सामने आए हैं. ऋषिकेश एम्स के दो डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. हालांकि, दोनों डॉक्टरों की स्थिति सामान्य है और वो आइसोलेशन में हैं.
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, संक्रमितों में एक युवती हाल ही में बेंगलुरु से लौटी थी, जबकि एक युवक हैदराबाद से वापस आया है। दोनों ने देहरादून स्थित अलग-अलग निजी लैब में अपनी जांच कराई थी, जहां उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई है। संक्रमण की पुष्टि होते ही स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी है।श्री महंत इंदिरेश अस्पताल व एम्स ऋषिकेश में भी मिले केसश्री महंत इंदिरेश अस्पताल में माजरा निवासी एक व्यक्ति की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। वहीं, एम्स ऋषिकेश में दो नए मामले सामने आए हैं। इनमें एक स्टाफ नर्स शामिल है, जो पहले संक्रमित मिली चिकित्सक के संपर्क में आई थी। यह चिकित्सक भी हाल ही में बेंगलुरु से लौटी थी। इसके अलावा एम्स में भर्ती बिजनौर निवासी एक अन्य व्यक्ति में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है।
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी उत्तराखंड में अलर्ट जारी कर दिया है। सरकारी अस्पतालों में पॉजिटिवों के लिए बेडों को रिजर्व रखा गया है। इसी के साथ ही ऑक्सीजन प्लांटों पर भी विशेषतौर से फोकस किया गया है। उत्तराखंड के 13 जिलों के सीएमओ (मुख्य चिकित्साधिकारियों) को सख्त से सख्त हिदायत दी गई है कि कोरोना मरीज मिलने पर सूचित करें। इसी के साथ ही अस्पतालों में पर्याप्त जीवनरक्षक दवाओं का पूरा स्टॉक रखने के भी सख्त निर्देश दिए गए हैं
स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार के अनुसार, कोविड-19 के बदलते वेरिएंट्स को लेकर उत्तराखंड में सतर्कता बरती जा रही है। कोरोना पॉजिटिव की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाएगी। बताया कि रिपोर्ट के आधार पर यह स्पष्ट होगा कि क्या यह कोई नया वेरिएंट है या फिर पहले से मौजूद ओमिक्रान या एक्सबीबी जैसे वेरिएंट की ही पुनरावृत्ति है। बताया कि अस्पतालों में बेडों को रिजर्व रखा गया है।