हरिद्वार, पहाड़ो पर हो रही लगातर बारिश के चलते कई नदिया उफान पर है वही लगातार बारिश होने के कारण सरकार की चिंता को बढ़ा दिया सरकार ने नदियों के आसपास के क्षेत्र को खाली कराया जिसके वाद सभी लोगो को सुरक्षित जगह पर रखा गया वही ऋषिकेश मे गंगा ने विकराल रूप ले लिया है गंगा घाट डूब चुके हैं गंगा भगवान शिव की मूर्ति को छूकर बह रही है वही हरिद्वार से लेकर कानपुर तक हाई अलर्ट जारी कर गेटों को खोला गया। गेट खुलने से गंग नहर से यूपी के लिए सिंचाई को छोड़ा जाने वाला पानी बंद हो गया।गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने से तीन लाख 92 हजार 404 क्यूसेक तक पहुंच गया।बैराज के पानी के बहाव से चंडी टापू को जोड़ने के लिए महाकुंभ में बनाए गए अस्थायी पुल के एप्रोच में दरारें आ गईं। नमामि गंगे घाट पानी में डूब गए। हालांकि, जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से खड़खड़ी श्मशान घाट स्थित पुल भी टूट गया। पुल भागीरथी बिंदु से आने वाले धारा के ऊपर बना है। वहीं, चंडी घाट पर निर्माणाधीन पुल की सामग्री बह गई और तीन जेसीबी भी डूब र्गइं। परमार्थ घाट, कनखल और नमामि गंगे घाटों पर लगे आस्था कलश बह गए। खड़खड़ी श्मशान घाट के पास पिछले अर्द्धकुंभ में पुल बनाया गया था कनखल-बैरागी कैंप के रास्तों पर घाट का पानी आने से लोगों को आवागमन में परेशानी हुई। सामाजिक कार्यकर्ता सुनील सेठी ने कुंभ बजट से होने वाले निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच कराने की मांग की है।