हरिद्वार, छठ महापर्व को लेकर सरकार ने की गाइलाइन जारी कर दी है कोरोना संक्रमण काल में होने वाले छठ महापर्व के लिए सरकार की और से गाइडलाइन जारी की है वही छठ पूजा नदियों मे नहाने के बाद सूर्य को अर्घ देते है इस बात को देखते हुए एक साथ इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया यह व्रत सूर्य भगवान, उषा, प्रकृति, जल, वायु आदि को समर्पित है। इस त्यौहार को मुख्यत: बिहार में मनाया जाता है। इस व्रत को करने से नि:संतान दंपत्तियों को संतान सुख प्राप्त होता है। कहा जाता है कि यह व्रत संतान की रक्षा और उनके जीवन की खुशहाली के लिए किया जाता है।
मिली जानकारी अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल ने बुधवार को जारी आदेश में कहा कि सभी लोग अपने-अपने घरों पर रहकर ही पूजन करेंगे और सूर्य को अघ्र्य देंगे। घरों में आसपास भी लोग सीमित संख्या में एकत्रित होंगे और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कर अनिवार्य रूप से मास्क पहनेंगे। इसके अलावा 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का पूजा के दौरान उचित ध्यान रखने और 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को पूजन से दूरी बनाकर रखने की सलाह दी गई है। आदेश में यह भी कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन में पूजा का आयोजन प्रतिबंधित रहेगा। किसी भी तरह के नियम के उल्लंघन पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी
घरों पर रहकर ही दिया जाएगा अर्घ्य।दो गज की दूरी और मास्क जरूरी कंटेनमेंट जोन में छठ पूजा का आयोज पूरी तरह प्रतिबंधित।
सभी श्रद्धालु छठ पूजा के कार्यक्रम के दौरान अधिक संख्या में घरों में एकत्रित न हों।
दस वर्ष से कम आयु के बच्चों का छठ पूजा कार्यक्रम के दौरान विशेष ख्याल रखा जाए।