हरिद्वार,उत्तराखंड के जोशीमठ में हो रही भू-धंसाव की घटना पर बढ़ती चिंताओं के बीच प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक करेगा। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा स्थिति का जायजा लेने के लिए पीएमओ में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और केंद्र सरकार के अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ-साथ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सदस्यों के साथ बैठक करेंगे।सूत्रों ने बताया कि बैठक में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जोशीमठ के जिला अधिकारी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से उपस्थित रहेंगे।जोशीमठ में जमीन धंसने से शहर के पूरी तरह धंसने का
डर पैदा हो गया है।विशेषज्ञों ने इस परिघटना के लिए भू-धंसाव को जिम्मेदार ठहराया है, जो चरम मौसम की घटनाओं और भूगर्भीय कारकों के कारण होता है।
वहीं, हिंदू मठों में से एक ज्योतिर्मठ क्षेत्र में स्थित शंकराचार्य मठ में भी पिछले कई जगहों पर दरारें आ गई हैं, जिससे धार्मिक संस्थान में दहशत फैल गई है। ज्योतिर्मठ प्रशासन के मुताबिक पिछले 15 दिनों में ये दरारें बढ़ी हैं। मठ के प्रमुख स्वामी विश्वप्रियानंद ने डेवलेपमेंट प्रोजेक्ट्स को आपदा का कारण बताया है। ज्योतिर्मठ प्रशासन ने कहा, “हमारे मठ की इमारत में दरारें आ गई हैं। विकास अब विनाश का कारण बन गया है क्योंकि हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजनाओं, सुरंगों ने हमारे शहर को प्रभावित किया है।”