हरिद्वार, उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड के जिला हरिद्वार तक अब सावन के महीने में कावड़ पटरी पर चलने वाले शिव भक्तों का ताता लगा हुआ है जिसको लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले मुजफ्फरनगर में कावड़ पटरी पर लगने वाली सभी दुकानों पर पहचान बताने की बात कही थी इसके बाद उन्होंने पूरे उत्तर प्रदेश में यह लागू कर दिया था वहीं अब उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में भी कावड़ पटरी के दौरान जितनी भी दुकान लगी होगी उन पर नेम प्लेट लगाना अनिवार्य कर दिया गया है जिसको लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियों में घमासान शुरू हो गया वही आज रामदेव ने अपने बयान मे कहा है की जब रामदेव को अपनी पहचान बताने मे कोई समस्या नहीं तो रहमान को अपनी पहचान बताने मे क्या समस्या है सिर्फ काम में शुद्धता की जरूरत है। अगर हमारा काम शुद्ध है तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम हिंदू हैं, मुसलमान हैं या किसी और समुदाय से हैं।