हरिद्वार, आज देश मे लगातार बीमारी पनप रही है पहले कारोनो नाम की बीमारी जो अभी तक खत्म नहीं हुई वही दुसरी बीमारी आ गई है जो ब्लैक फंगस, के नाम से जानी जाती है जिसका इलाज काफी महंगा होने के कारण आम आदमी कि पहुंच से बाहर जा रही है सरकार ने इसको महामारी घोषित कर दिया है
इसके इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन बी प्लेन और लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन का प्रयोग किया जा रहा है। एम्फोटेरिसिन बी प्लेन के एक इंजेक्शन की कीमत महज 320 रुपये है, जबकि लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी का एक इंजेक्शन पांच से सात हजार रुपये में मिलता है, लेकिन कम दुष्परिणाम होने के चलते लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन के 25 दिन के कोर्स के लिए मरीज के तीमारदारों को 7.5 लाख रुपये चुकाने पड़ते हैं।
वही पहले ही कोरोना और फिर रोजगार में बाधा आने से लोग परेशान हैं. अब ये नई बीमारी और इसे ठीक होने में आने वाले लाखों के खर्च के चलते लोगों की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ गई है. लिहाजा इसके इलाज में आने वाली दवाओं की कीमतें कम की जानी चाहिए इसके इंजेक्शन मरीज के वजन के अनुसार मात्रा बनाकर दिए जाते हैं. इसमें दिए जाने वाले एम्फोटेरेसिन बी लाइपोसेमल इंजेक्शन की मात्रा तीन से पांच एमजी प्रति किलोग्राम वजन के हिसाब से दी जाती है. ऐसे में किसी व्यक्ति का वजन अगर 60 किलोग्राम है और उसे रोजाना तीन एमजी दी जानी है तो उसे 180 एमजी प्रतिदिन देनी होगी.