उत्तराखंड, भाजपा के विधायक और आपस में भिड़े कहीं औकात में रहने की बात

0
30

हरिद्वार, आज रायपुर में डिग्री कॉलेज के भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के पहुंचने से चंद मिनट पहले रायपुर से भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ अपने ही कार्यकर्ताओं पर भड़ास निकालते हुए नजर आए। वही साथ ही साथ उन्होंने अपने ही कार्यकर्ताओं को औकात में रहने की बात कह डाली वहीं उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के सामने यह सारा वाक्य हुआ गुस्से में विधायक ने कार्यक्रम छोड़ने तक की धमकी दे डाली

मिलि जानकारी अनुसार एक तरफ भाजपा चुनाव को जीतने के लिए रात दिन एक कर रही है वही सोशल मीडिया पर लगातार भाजपा के कार्यकर्ता और विधायक आपस में लड़ते नजर आ रहे हैं इस प्रकार कैसे चुनाव जीत पाएगी विधायक उमेश शर्मा काऊ हरीश रावत सरकार के दौरान कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुए थे। तब से ही उन्हें भाजपा के कार्यकर्ता पचा नहीं पा रहे हैं। हालांकि क्षेत्रीय जनता में पकड़ मजबूत होने के कारण उन्हें भाजपा से पिछले चुनाव में टिकट मिला और वह जीत दर्ज करने में भी कामयाब रहे। इस बीच उनकी कार्यकर्ताओं से न बनने की शिकायतें आती रही हैं। कोरोना की दूसरी लहर में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और काऊ कोविड सेंटर को लेकर आपस में भिड़ गए थे। तब गणेश जोशी ने आरोप लगाया था कि कोविड अस्पताल के नाम पर पैसों की फिजूलखर्ची की गई है

जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह का कहना है कि विधायक जिस तरीके से अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। उससे कार्यकर्ताओं का मनोबल भी गिर रहा है। एक विधायक को यह शोभा नहीं देता कि वह अपने ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस तरीके से धमकाएं। धन सिंह रावत से उमेश शर्मा काऊ शिकायत करते हुए नजर आए कि यह मुझे अपना विधायक नहीं मानते हैं और इस क्षेत्र में जो भी पोस्टर लगते हैं। उनको यह फाड़ देते हैं।

सीएम पुष्कर धामी लोगों के बीच जाकर उनकी समस्या सुन रहे हैं और मदद कर रहे हैं लेकिन उनकी मेहनत पर विधायक और कार्यकर्ता पानी फेर रहे हैं। हाईकमान तक ये बात पहुंचने पर क्या एक्शन लिया जाएगा ये देखने वाली बात होगी।

दरअसल, इस पूरे मामले में पीछे की स्क्रिप्ट काफी पहले से खोली जा रही है। अनुशासन के नाम पर हाल ही में भाजपा ने ऋषिकेश मेयर और कुछ नेताओं को नोटिस थमाया था, लेकिन, पिछले दिनों भाजपा के देहरादून जिले के कई पदाधिकारियों ने दो-तीन बार विधायक काऊ के विरोध में बैठकें की थी। उस मामले में किसी भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी को नोटिस नहीं दिया गया। यही बात काऊ कह भी रहे थे कि ये वहीं लोग हैं, जो उनके खिलाफ लगातार बैठकें कर रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here