हरिद्वार,पहाड़ों की रानी मसूरी और कैम्पटी क्षेत्र में हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, पर्यटन स्थल कैम्पटी फॉल में भारी बारिश से प्राकृतिक वाटर फॉल ने विकराल रूप धारण कर लिया. इस वाटर फॉल के रौद्र रूप में आने से आसपास अफरा-तफरी का माहौल बन गया. लेकिन राहत की बात यह रही कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. कैम्पटी पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया और फॉल के आसपास जल स्तर कम होने तक निगरानी बढ़ा दी. हालांकि फॉल का रौद्र रूप देखकर कुछ देर के लिए डर का माहौल बन गया, कैम्पटी फॉल में देर शाम को सब कुछ सामान्य हो गया.
इसी दौरान हाईवे का पानी तीन-चार दुकानों के अंदर जा घुसा। कैंपटी में पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और पत्थर हाईवे पर आ गिरे। जिससे वहां पर लगभग आधे घंटे तक यातायात बाधित हो गया। बाद में जेसीबी मशीन बुलाकर मलबा हटाया गया।कैंपटी थानाध्यक्ष संजय मिश्रा ने बताया कि झरने का जलस्तर बढ़ गया था। बारिश से कोई नुकसान नहीं हुआ है। पर्यटकों को पहले ही झरने में जाने से रोक दिया गया था।
वहीं, मसूरी-दून मार्ग, कैंपटी मार्ग, किमाड़ी मार्ग में मलबा आने से यातायात प्रभावित हुआ। बारिश में तापमान गिरकर 15 डिग्री तक लुढ़क गया। बारिश से शहर में एक बार फिर ठंड लौट आई है। मसूरी-किमाड़ी मार्ग में मलबा आने से एक घंटे से अधिक समय तक मार्ग बंद रहा।