हरिद्वार, उत्तराखंड में कुछ दिन पहले अंकिता भंडारी की निर्मम हत्या कर दी गई थी जिसमें वीआईपी के नाम का खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है वही युवा न्याय संघर्ष समिति ने 51 दिन से ऋषिकेश मे धरना दे रखा है वही अंकिता भंडारी मर्डर केस में तीन आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी पुलिस ने अभी तक उन वीआइपीओ का नाम का खुलासा नहीं किया है
मिली जानकारी अनुसार शनिवार को युवा न्याय संघर्ष समिति के सदस्य चुपचाप मुख्यमंत्री आवास पर पहुंच गए। सूचना मिलने पर पुलिस यहां पहुंची और अनशनकारियों के साथ पुलिस की धक्का-मुक्की हुई। अंकिता भंडारी हत्याकांड मे छुपे हुए वीआईपी के नाम का खुलासा करने, अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच CBI से कराने और विधानसभा बैकडोर भर्ती घोटाले में दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर विगत 51 दिनों से ऋषिकेश में धरना जारी है। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उतराखंड सरकार गूंगी और बहरी हो चुकी है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, उप नेता प्रतिपक्ष भुवनचंद्र कापड़ी सहित कई संगठन नेता यहां आकर आंदोलन को अपना समर्थन दे रहे हैं। वनंतरा रिसॉर्ट महिला कर्मी के माता-पिता भी यहां आकर धरना दे चुके हैं। कांग्रेस ने कहा कि जल्द ही मांग पूरी नहीं हुई तो कांग्रेस प्रदेशभर में आंदोलन करेगी। पार्टी ने कहा कि उत्तराखंड को सुशासन देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार आज कठघरे में है और कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।