हरिद्वार,देहरादून के विकासनगर में शक्ति नहर किनारे से अतिक्रमण और अवैध कब्जों को हटाने की जल विद्युत निगम ने तैयारी पूरी कर ली है। जल विद्युत निगम ने शनिवार को नोटिस जारी कर 24 घंटे के अंदर कब्जे हटाने के आदेश जारी किए थे लेकीन लोगों ने कब्जा छोड़ने से इनकार कर दिया और अपनी बात पर अड़े रहे जिसके बाद प्रशासन ने रविवार को जल विद्युत निगम ने शक्ति नहर किनारे अवैध रूप से बसे व्यक्तियों को हटाने का काम शुरू कर दिया। भाई मात्रा पुलिस बल तैनात है वही प्रथम चरण में टकरानी क्षेत्र में अवैध कब्जे हटाए जा रहे हैं। पूरे क्षेत्र में अवैध रूप से करीब 800 से 900 परिवार बसे हुए हैं।
मिली जानकारी अनुसार जल विद्युत निगम प्रशासन ने 48 अवैध कब्जेधारियों को 24 घंटे में जमीन खाली करने का नोटिस दिया था। जैसे ही 24 घंटे पूरे हुए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई। इसी तरह से चरणबद्ध तरीके से डाकपत्थर से ढालीपुर तक अवैध कब्जे हटवाए जाएंगें। निगम, पुलिस और प्रशासन ने कब्जे हटाने के लिए ठोस कार्य योजना तैयार कर ली थी।
डाकपत्थर से ढालीपुर तक शक्तिनहर के किनारे सैंकड़ों अवैध कब्जे हैं। जिन्हें खाली कराकर उन पर बिजली उत्पादन के लिए सोलर प्लांट लगने हैं।
कुछ कब्जेधारियों ने खुद ही जमीन खाली कर दी है, लेकिन अनेक परिवार अभी भी जमे हुए हैं, जबकि निगम प्रशासन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि निगम जो भी निर्माण तुड़वाएगा, उसमें आने वाले खर्च को अवैध कब्जाधारी से ही वसूल किया जाएगा।
उत्तराखंड जल विद्युत निगम के संबंधित अधिकारी का कहना है कि 48 कब्जेधारियों को 24 घंटे का नोटिस दिया है। जमीन खाली कराने को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई चरणबद्ध तरीके से होगी।