हरिद्वार, उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग में फंसी 40 जिंदगियां का अब सब्र का बांध टूटने लगा है वही सुरंग में फंसे मजदूरों ने अब सरकार से गुहार लगानी शुरू कर दी है कि वह हमें कब इस सुरंग से बाहर निकलेंगे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार घटना का अपडेट ले रहे है
मिली जानकारी अनुसार यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए चलाए जा रहे बचाओ का काम केंद्र सरकार के संभालते ही सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा आईटीबीपी और एनडीआरएफ ने संभाल लिया है। सुरंग के मुहाने पर की गई बैरिकेडिंग पर पहले उत्तराखंड पुलिस व एसडीआरएफ के जवान तैनात थे। जिन्हें अब सुरंग से करीब 150 मीटर दूर बैरिकेडिंग पर लगाया गया है।
वहीं सुरंग से लगी मुख्य बैरिकेडिंग पर आईटीबीपी ने मोर्चा संभाल लिया है। जो बिना पास के किसी को भी सुरंग में प्रवेश करने नहीं दे रहे हैं। मीडिया कर्मियों के लिए भी 150 मीटर दूर अस्थायी मीडिया गैलरी तैयार की गई है। वहीं मजदूरों के लिए पाइपलाइन से खाना सामग्री भेजी जा रही है
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) ने बृहस्पतिवार को सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। पत्रकारों से वार्ता में केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि घटना के कारणों की अलग से गहन जांच होगी। वर्तमान में पहली प्राथमिकता सुरंग में फंसे लोगों को बचाना है। उन्होंने बचाव कार्य दो से तीन में पूरा कर लेने की बात कही है