हरिद्वार,उत्तर प्रदेश के झांसी में दिल को दहला देने वाला हादसा हो गया है. जहां महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई और कई बच्चे बुरी तरह झुलस गए. इस दर्दनाक हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी समेत देश के दिग्गज नेताओं ने दुख जाहिर किया. हादसे के बाद यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज पहुंचे. जहां मीडिया से बात करते हुए यूपी डिप्टी सीएम ने कहा, “नवजात शिशुओं की मौत बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर हम नवजात शिशुओं के शवों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं… पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर होगी जो स्वास्थ्य विभाग करेगा, दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा… अग्निशमन विभाग की टीम भी इसमें शामिल होगी, तीसरा, मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश भी दिए गए हैं. आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी… अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, सरकार बच्चों के परिजनों के साथ है…”
झांसी मेडिकल कॉलेज में आग से 10 बच्चों की मौत के बाद मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और स्वास्थ्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा झांसी के लिए देर रात ही रवाना हो गए. जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) सुधा सिंह और पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्यों का जायजा लिया.
झांसी के चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट सचिन मोहर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लगने से हादसा हुआ है. उन्होंने यह भी बताया कि एनआईसीयू वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे और अचानक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लग गई.हमने जितनी कोशिश की जा सकती थी सभी बच्चों को सकुशल बाहर निकाला, फिर भी 10 बच्चों की मौत हो गई.
यूपी के डिप्टी सीएम भी घटना स्थल पर पहुंच गए.उन्होंने वहां मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम परिजनों के साथ मिलकर बच्चों की पहचान कर रहे है.इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होगी और अगर किसी स्तर पर लापरवाही पाई जाएगी तो उस पर कार्रवाई होगी. सीएम योगी ने भी इस घटना पर दुख जताया है वहीं पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. साथ ही मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को परिवार को 50 हजार देने का ऐलान किया है