हरिद्वार,देव दीपावली या ‘देवताओं की दिवाली’ हिंदू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक महीने की पूर्णिमा की रात को दिवाली के पंद्रह दिन बाद मनाया जाने वाला एक हिंदू त्योहार है।देव दीपावली के अवसर पर वाराणसी के घाटों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया।देवताओं की दीपावली मनाने के लिए काशी में पर्यटकों का रेला लगा रहा। देश-दुनिया के सभी लोगों की नजरें काशी की देव दीपावली पर टिकी रहीं। शाम होते ही सभी घाट दीपों से जगमग हो गए। वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नमो घाट का लोकार्पण किया तो हर- हर महादेव का जयकारा गूंज उठा।
काशी की देव दीपावली पर देश- दुनिया की नजर टिकी है। इधर, काशी के 84 घाटों पर पर्यटकों का जमावड़ा लगा है। इस बीच गंगा द्वार पर भीड़ बढ़ने पर लोग बैरिकेडिंग फांदकर जाते देखे गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नमो घाट के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वे देव दीपावली के इस अद्वितीय पर्व के साक्षी बन रहे हैं। उन्होंने गुरुनानक देव के 555वें प्रकाश पर्व और धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजाति गौरव दिवस की सभी को शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में काशी की सूरत बदल गई है। पहले जहां गंगा के जल को स्नान के लिए भी असुरक्षित माना जाता था, वहीं आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नमामी गंगे परियोजना के तहत किए गए प्रयासों के कारण जल आचमन के योग्य हो गया है। सीएम ने कहा कि जिसे ‘नमो घाट’ के रूप में जाना जाता है, उसे काशी की जनता ‘नरेन्द्र मोदी घाट’ कहकर प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपना आभार प्रकट करती है। इस दौरान उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बतौर मुख्य अतिथि समारोह में मौजूद रहे।