एम्स ऋषिकेश में दीक्षांत समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 15 अप्रैल को समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा होंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है। समारोह में मेडिकल के 434 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी। इनमें से टॉपर छात्र-छात्राओं को 14 स्वर्ण पदकों सहित कुल 16 पदकों से नवाजा जाएगा। एम्स ऋषिकेश का पांचवा दीक्षांत समारोह 15 अप्रैल मंगलवार को आयोजित होगा। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे, जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विशिष्ट अतिथि हैं। शुक्रवार को संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह द्वारा संबंधित अधिकारियों को इस सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। एम्स में दीक्षांत समारोह का यह पांचवा आयोजन है। इससे पूर्व 3 नवम्बर 2018, 14 मार्च 2020 और 13 जुलाई 2023 और 23 अप्रैल 2024 को एम्स में चार बार दीक्षांत समारोह आयोजित किए जा चुके हैं। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो मीनू सिंह ने बताया कि दीक्षांत समरोह में 434 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी जाएगी। इनमें एमबीबीएस के 98, बीएससी नर्सिंग (ऑनर्स) के 95, बीएससी नर्सिंग (एलाईड हेल्थ सांईस) के 54, एमडी/एमएस और एमडीएस के 109, एमएससी नर्सिंग के 17, एमएसएसी मेडिकल इलाईड के 1, मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ के 12, डीएम/एमसीएच के 40 और पीएचडी के 8 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की जाएंगी। उपाधि पाने वाले छात्र-छात्राओं में से 10 टापरों का चयन गोल्ड मेडल के लिए हुआ है। इनमें से 2 टापर एक से अधिक गोल्ड मेडल से नवाजे जाएंगे। यह समारोह मंगलवार को पूर्वान्ह 10 बजे से संस्थान के मुख्य ऑडिटोरियम में शुरू होगा। आयोजन की सफलता के लिए विभिन्न विभागों की टीमें बनाकर उन्हें सम्बन्धित कार्यों की जिम्मेदारियां सौंपी गई है।