हरिद्वार, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोविड -19 की स्थिति की समीक्षा के लिए एक हाई-लेवल बैठक की अध्यक्षता की और कोरोनोवायरस मामलों में आई तेजी इस दौरान पीएम मोदी ने महामारी के प्रबंधन और सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के साथ ही जन भागीदारी और जन आंदोलन जारी रखने की जरूरत पर बल दिया।
मिली जानकरी के अनुसार आज प्रधानमंत्री मोदी ने देश मे चल रहे करोड़ों को देखते हुए हाई लेवल मीटिंग बुलाई जिसमे संकमण को फैलने से रोकने के लिए उन्होंने टेस्टिंग (जांच), ट्रेसिंग (संपर्कों का पता लगाना), ट्रीटमेंट (उपचार करना), कोविड बचाव संबंधी सावधानियां और टीकाकरण (Vaccination) की पांच स्तरीय रणनीति को बेहद गंभीरता और प्रतिबद्धता के साथ अपनाने पर जोर दिया। देशभर में कोविड 19 के बढ़ते मामलों और जारी टीकाकरण अभियान के सिलसिले में रविवार को हुई एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने ये बातें कही।
पीएमओ ने बयान में कहा कि पीएम मोदी ने निर्देश दिया है कि स्थायी रूप से कोविड प्रबंधन के लिए समुदाय की जागरूकता और इसकी भागीदारी सर्वोपरि है और कोविड प्रबंधन के लिए जन भागदारी और जन आंदोलन जारी रखने की आवश्यकता है। इसके साथ ही बढ़ती घरेलू आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए टीकों की पर्याप्त मात्रा को सुरक्षित करने के साथ-साथ ‘वसुधैव कुटुम्बकम ’की भावना में अन्य देशों की वास्तविक जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी प्रयास जारी हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक, छह अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच Covid-19 महामारी से बचाव के लिए शत-प्रतिशत मास्क का इस्तेमाल, व्यक्तिगत सफाई पर जोर देने के साथ ही कोविड बचाव संबंधी सावधानियों के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
पीएमओ ने बयान में कहा कि पीएम मोदी ने निर्देश दिया है कि स्थायी रूप से कोविड प्रबंधन के लिए समुदाय की जागरूकता और इसकी भागीदारी सर्वोपरि है और कोविड प्रबंधन के लिए जन भागदारी और जन आंदोलन जारी रखने की आवश्यकता है। इसके साथ ही बढ़ती घरेलू आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए टीकों की पर्याप्त मात्रा को सुरक्षित करने के साथ-साथ ‘वसुधैव कुटुम्बकम ’की भावना में अन्य देशों की वास्तविक जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी प्रयास जारी हैं।