कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर से रेप व मर्डर के बाद आक्रोश कल सरकारी और प्राइवेट अस्पताल बंद

0
34

हरिद्वार,कोलकाता में रेजीडेंट डॉक्टर का रेप कर मर्डर करने के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की और से 17 अगस्त सुबह 6 बजे से 18 अगस्त सुबह 6 बजे तक राजस्थान में सरकारी व प्राइवेट हॉस्पिटल में हड़ताल की घोषणा की है। इस दौरान सीकर में भी सभी हॉस्पिटल्स में सेवाएं बंद रहेगी।

फेडरेशन आफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने मंगलवार को हड़ताल वापस लेने की घोषणा की थी, लेकिन बुधवार देर रात कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कालेज में हमले और तोड़फोड़ से डाक्टरों का आक्रोश और बढ़ गया। फोर्डा ने भी हड़ताल वापसी की अपनी घोषणा से पीछे हटते हुए एक बार फिर हड़ताल पर जाने का एलान किया है। साथ ही, शुक्रवार शाम छह बजे इंडिया गेट के पास कैंडल मार्च बुलाया है।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने अपने बयान में कहा कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में क्रूर अपराध और स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदर्शनकारी छात्रों पर की गई गुंडागर्दी के बाद, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शनिवार यानी 17 तारीख को सुबह 6 बजे से देश भर में आधुनिक चिकित्सा के डॉक्टरों की सेवाएं बंद करने की घोषणा की है। नियमित ओपीडी काम नहीं करेंगी और वैकल्पिक सर्जरी नहीं की जाएंगी। यह वापसी उन सभी क्षेत्रों में है जहां भी आधुनिक चिकित्सा चिकित्सक सेवा प्रदान कर रहे हैं। आईएमए को अपने डॉक्टरों के उचित मुद्दे पर राष्ट्र की सहानुभूति की आवश्यकता है।

आईएमए हरिद्वार के अध्यक्ष डॅा. विकास दीक्षित कहा कि आर जी कर मेडिकल कॉलेज कोलकाता में क्रूर अपराध और स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदर्शनकारी छात्रों पर की गई गुंडागर्दी के बाद, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शनिवार 17.08.2024 को सुबह 6 बजे से रविवार 18.08.2024 सुबह 6 बजे तक 24 धंटे देश भर में आधुनिक चिकित्सा के डॉक्टरों की सेवाएं बंद करने की घोषणा की है।

आईएमए हरिद्वार के सचिव डॉ. विमल कुमार ने बताया कि इस राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन में अन्य सहयोगी संगठन भी भाग ले रहे हैं। इसलिए हरिद्वार में क्लिनिक और अस्पताल ओपीडी सेवाएं प्रदान नहीं करेंगे। सभी अमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी। उन्होंने बताया कि शाम 6 बजे भगतसिंह चौक से प्रेमनगर आश्रम चौक तक विरोध में केंडल मार्च निकाला जाएगा। उन्होने कहा कि आईएमए को अपने डॉक्टरों के उचित मुद्दे के प्रति राष्ट्र की सहानुभूति की भी आवश्यकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here