जनाधिकार मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव हेमा भंडारी ने कहा कि लगातार चाइनीज माझे की वजह से हरिद्वार जिले के साथ साथ पुरे उत्तराखंड में ह्रदय विदारक घटनाये हुई है जिसमें कुछ की मौत हुई और कुछ गंभीर रूप से घायल हुए है । में और भी कई स्थानों में हुई है। जिसमें निर्दोष नागरिक अपनी जान गंवा रहे हैं। चाइनीज मांझा अत्यंत घातक होता है, जो न केवल इंसानों बल्कि पक्षियों के लिए भी जानलेवा सिद्ध हो रहा है। सरकार द्वारा इस पर प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद इसका अवैध रूप से व्यापार एवं उपयोग निरंतर जारी है। प्रशासन की निष्क्रियता के कारण यह समस्या विकराल होती जा रही है। जनअधिकार मोर्चा मांग करता है कि चाइनीज मांझे पर पूर्ण प्रतिबंधलगना चाहिए।इसे बेचने, खरीदने, रखने व उपयोग करने पर कठोर दंडात्मक प्रावधान लागू किए जाएं। पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए।
ज्वालापुर विधानसभा प्रत्याशी ममता सिंह एवं रानीपुर विधानसभा अध्यक्ष जनाधिकार मोर्चा संजय मेहता जी ने कहा की चाइनीज माँझे बेचने वाले व्यापारियों एवं दुकानदारों की तत्काल पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए एवं आम जनता को चाइनीज मांझे के खतरों से अवगत कराने हेतु सरकारी स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
हरिद्वार जिला प्रभारी संजू नारंग ने कहा कि पुलिस व प्रशासन द्वारा विशेष अभियान चलाकर बाजारों व ऑनलाइन माध्यम से चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक लगाई जाए। जिनके कारण दुर्घटनाएँ हो रही हैं, उन्हें दंडित करने के लिए विशेष कानून लागू किए जाएं।
यदि इस विषय पर शीघ्र कार्यवाही नहीं की जाती है, तो जनअधिकार मोर्चा जनहित में उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा।
जनाधिकार मोर्चा मांग करता है कि इस ज्ञापन को संज्ञान में लेकर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करें ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएँ न हों।
ज्ञापन देने वालों में हेमा भंडारी, ममता सिंह, संजय मेहता, अर्जुन सिंह, शाह अब्बास, दानिश मलिक,संजू नारंग, कपिल, शाबाज, आरिफ आदि मौजूद रहे।