जन अधिकार पार्टी जनशक्ति, उत्तराखंड की ओर से हनुमान जयंती के पावन अवसर पर देहरादून के चकराता रोड स्थित पार्टी कार्यालय में सुंदरकांड पाठ का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया और भगवान हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम का आयोजन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ललित श्रीवास्तव और प्रदेश सचिव प्रियंका रानी के नेतृत्व में किया गया, जिसमें पार्टी के सभी सदस्यों ने उत्साहपूर्वक सहयोग किया।
इस अवसर पर पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव हेमा भंडारी और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिषेक बहुगुणा भी उपस्थित रहे। दोनों नेताओं ने भक्तों के साथ सुंदरकांड का पाठ किया और भगवान हनुमान जी की भक्ति में लीन होकर प्रदेश की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिषेक बहुगुणा ने कहा, “हनुमान जयंती का यह पावन अवसर हमें भगवान हनुमान के बल, भक्ति और समर्पण से प्रेरणा लेने का संदेश देता है। जन अधिकार पार्टी जनशक्ति उत्तराखंड की जनता के हितों के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा संकल्प है कि प्रदेश के हर नागरिक को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के समान अवसर प्राप्त हों। हम उत्तराखंड को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे। मैं सभी प्रदेशवासियों से अपील करता हूँ कि एकजुट होकर हम अपने राज्य को समृद्ध और सशक्त बनाएं।”
राष्ट्रीय महासचिव हेमा भंडारी ने कहा, “हनुमान जी का जीवन हमें निस्वार्थ सेवा और समाज के प्रति समर्पण का पाठ पढ़ाता है। जन अधिकार पार्टी जनशक्ति का लक्ष्य उत्तराखंड के हर वर्ग, विशेषकर महिलाओं, युवाओं और किसानों के उत्थान के लिए कार्य करना है। हमारी पार्टी प्रदेश में समावेशी विकास और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है। हम उत्तराखंड की जनता के साथ मिलकर एक ऐसे समाज का निर्माण करेंगे, जहां हर व्यक्ति को सम्मान और अवसर प्राप्त हो।”
ललित श्रीवास्तव ने कहा “हनुमान जयंती हमें एकता और समर्पण का संदेश देती है। जन अधिकार पार्टी जनशक्ति उत्तराखंड के हर नागरिक के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। हम मिलकर प्रदेश को प्रगति के पथ पर ले जाएंगे।”
प्रदेश सचिव प्रियंका रानी और नभ बंसल ने कहा “हनुमान जी की भक्ति हमें साहस और सेवा की प्रेरणा देती है। हमारी पार्टी उत्तराखंड की जनता के हक और हितों के लिए निरंतर कार्य करेगी, ताकि सभी को समान अवसर मिलें।”
इस आयोजन में पार्टी के अन्य प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। सुंदरकांड पाठ के पश्चात भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया, जिसने इस आयोजन को और भी यादगार बना दिया।