हरिद्वार, देश भर में सोमवार आधी रात से फास्टैग की व्यवस्था लागू हो गई है, लेकिन नेशनल हाईवे पर फतेहगंज पश्चिमी स्थित टोल प्लाजा पर व्यवस्थाएं मुकम्मल नहीं हो पाई हैं। व्यवस्थाओं के अभाव में वहां फास्टैग वाले वाहनों को भी रुकना पड़ा। तमाम वाहनों पर फास्टैग नहीं होने के कारण नकद भुगतान पर जाने दिया गया। इससे वाहनों की लंबी लाइन लग गई। फास्टैग में बैलेंस खत्म होने के कारण कई वाहनों को बूथ पर रुकना पड़ा, जिससे पीछे कतार लंबी होती चली गई।
टोल प्लाजा पर आने-जाने वाले वाहनों के लिए छह-छह लेन बनाई गई है। इसमें दोनों ओर सबसे किनारे वाली लेन से नकद टैक्स भुगतान कर वाहन निकल रहे हैं। दोनों ओर एक-एक लेन ऐसी है, जहां से फास्टैग लगे वाहन बिना रुके निकलते रहे। इन लेन पर बूथ से करीब बीस मीटर पहले ऑटोमेटिक आरएफआइडी लगा हुआ है, जो दूर से ही वाहनों पर लगे फास्टैग को स्कैन कर बूम खोल देता है। इस लेन में कुछ ही वाहन ऐसे पहुंचे, जिनके फास्टैग का बैलेंस खत्म होने के कारण बूम नहीं खुला। उन्हें लौटकर दूसरी लेन में जाना पड़ा।
मिली जानकारी के अनुसार कल देर रात 12बजे से टोल प्लाजा से होकर सफर करने वाले वाहन चालक काफी परेशान हैं. दरअसल, जिन लोगों के पास पहले से फास्ट्रेक था, उनका फास्टैग रिचार्ज नहीं हो रहा इसके अलावा लोगों को फास्टैग लगवाने के लिए टोल प्लाजा पर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं, फास्टैग लगवाने वाले लोगों का कहना है कि नेटवर्क न होने की वजह से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
फास्टैग लागू होने के बाद न्यूज नेशन की पड़ताल में मालू चला कि फास्टट्रैक का जहां रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है, वहां लोगों के मन में नाराजगी है. लोगों का कहना है कि फास्टैग रजिस्ट्रेशन में और उसे रिचार्ज करने में हो रही देरी की वजह से उन्हें यात्रा करने में परेशानी हो रही है. लोगों का कहना है कि यदि एनएचएआई को फास्टैग अनिवार्य करना था तो नेटवर्क जैसी तमाम जरूरतों का पहले से ही इंतजाम कर लेना चाहिए था.