नए कोरोना स्ट्रेन पर केंद्र की SOP : संक्रमितों के लिए अलग होगा आइसोलेशन वॉर्ड

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सरकार ने कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए ब्रिटेन से आई फ्लाइट्स के लिए SOP जारी किया है. नए नियमों के तहत UK फ्लाइट से आने वाले ऐसे यात्रियों को जिनमें कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन मिलता है, उन्हें अलग से बने आइसोलेशन वॉर्ड में रखा जाएगा दरअसल, कोरोना के नए स्ट्रेन को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वायरस के नए संस्करण के संदर्भ में महामारी विज्ञान निगरानी और प्रतिक्रिया के लिए मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है

मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ये सुनिश्चित करें की यूके से आनेवाले यात्रियों का आरटी पीसीआर टेस्ट हुआ हो. वहीं पॉजिटिव पाए जाने पर spike gene-based RT-PCR test लैब से करवाएं.

जो यात्री पॉजिटिव पाए जाते हैं उन्हें इंस्टिट्यूशनल आइसोलेशन फैसिलिटी में अलग रखा जाए. इसके लिए अलग से व्यवस्था हो. इनका सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे में या किसी लैब में भेज कर genomic sequencing करवाएं.

अगर रिपोर्ट में आता है कि संक्रमण वाला वायरस वही है, जो भारत में पहले से है तो भारत में ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल के तहत ही इलाज हो. गंभीर ना होने पर होम आइसोलेशन या फैसिलिटी लेवल पर ट्रीटमेंट हो

अगर पॉजिटिव व्यक्ति पॉजिटिव निकलता है और उसका वेरिएंट नया नहीं है तो उसका इलाज मौजूदा प्रोटोकॉल के हिसाब से किया जाएगा लेकिन अगर जिनोमिक सीक्वेंसिंग में पाया जाता है कि वेरिएंट नया है तो फिर उसका इलाज तो मौजूदा प्रोटोकॉल पर किया जाएगा लेकिन उसका 14वें दिन फिर से टेस्ट किया जाएगा. 14वें दिन किए गए टेस्ट के बाद भी अगर वह पॉजिटिव आता है तो फिर उसके तब तक सैंपल टेस्ट किए जाएंगे जब तक लगातार दो सैंपल नेगेटिव नहीं आ जाते.

  • RT-PCR टेस्ट में जो यात्री नेगेटिव आएंगे उनको घर पर क्वॉरंटीन रहने की सलाह दी जाएगी.

एयरलाइन यह सुनिश्चित करें कि यह सारी गाइडलाइंस चेक-इन से पहले ही यात्री को बता दी जाएं, फ्लाइट के दौरान इसकी अनाउंसमेंट की जाए, अराइवल-वेटिंग एरिया में यह गाइडलाइंस चस्पा की जाएं.

इस मामले में कांटैक्ट उन लोगों को माना जाएगा जो संक्रमित व्यक्ति की सीट की लाइन में तीन सीट आगे तक और 3 सीट पीछे तक बैठे होंगे. साथ ही केबिन क्रू के लोगों की भी पहचान की जाए जो इनके संपर्क में आए होंगे.

  • 21 से 23 दिसंबर के बीच जो लोग यूके से आए हैं और RT-PCR टेस्ट में निगेटिव पाए गए हैं. उन सभी के लिस्ट राज्यों के साथ साझा की जाएगी और उनको होम क्वारंटीन किया जाएगा, ICMR गाइडलाइंस के हिसाब से टेस्ट भी किया जाएगा.
  • 25 नवंबर से 8 दिसंबर के बीच में जो भी यात्री यूके से आए हैं उनसे डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर संपर्क करेंगे और उनको अपने स्वास्थ्य को खुद मॉनिटर करने के लिए सलाह देंगे. ऐसे लोगों में अगर कोई लक्षण पाए जाते हैं तो उनका RT-PCR टेस्ट किया जाएगा. अगर टेस्ट कराने पर इनमें से कोई पॉजिटिव आता है तो ये देखा जाएगा कि इनमें कोविड का नया वैरिएंट है या नहीं

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