मणिपुर में नहीं रुक रही हिंसा सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष में एक की मौत

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हरिद्वार ,मणिपुर में हालात दिन-प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं सोमवार को भी अमित शाह ने आला अधिकारियों के साथ फिर से हाई लेवल मीटिंग बुलाई। सूत्रों का कहना है कि इसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और राज्य पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वह राज्य में शांति बहाल करने की दशा में हर संभव सकारात्मक प्रयास करें। साथ ही राज्य में प्रभावित इलाकों में पांच हजार जवानों की नफरी वाली सीएपीएफ की 50 और कंपनियां भेजने के लिए कहा गया है। इससे पहले गृह मंत्रालय ने 13 नवंबर को सीएपीएफ की 20 कंपनियां भेजी थी।

सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं। विश्वविद्यालयों समेत शिक्षण संस्थान 19 नवंबर तक बंद कर दिए गए हैं। सुरक्षाबलों ने गश्त तेज कर दी है।

एक व्यक्ति की मौत
इस बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मणिपुर में हिंसा की तीन घटनाओं की जांच अपने हाथ में ले ली है। पुलिस ने गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो जाने की पुष्टि सोमवार को की है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि गोलीबारी किसने की। प्रत्यक्षदर्शियों ने सुरक्षा बलों की ओर से गोलीबारी किए जाने का दावा किया है।

रविवार देर रात उस समय हुई जब प्रदर्शनकारी जिरीबाम थाना क्षेत्र के बाबूपारा में संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे। मृतक की पहचान 20 वर्षीय के. अथौबा के रूप में हुई है। गौरतलब है कि राहत शिविर से लापता महिलाओं और बच्चों के शव मिलने के बाद शनिवार को हिंसा भड़क उठी थी।

11 नवंबर को उग्रवादी हमले के बाद से तीन महिलाओं और तीन बच्चों का पता नहीं चल पा रहा था। शव मिलने के बाद शनिवार रात, भीड़ ने तीन मंत्रियों और मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के दामाद समेत छह विधायकों के घरों में तोड़फोड़ और आगजनी के अलावा चर्चों को भी फूंक दिया था।

प्रदर्शनकारी इंफाल पूर्व में बीरेन सिंह के पैतृक आवास की ओर भी बढ़े, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें 100-200 मीटर पहले ही रोक दिया। रविवार को भीड़ ने एक मंत्री समेत विधायकों के घरों में आगजनी की थी। कांग्रेस और भाजपा के कार्यालयों और जिरिबाम के निर्दलीय विधायक के घर में तोड़फोड़ की गई।

इन तीन मामलों की जांच करेगी एनआईए
एनआईए ने जिन मामलों की जांच अपने हाथ में ली है उनकी जांच पहले मणिपुर पुलिस कर रही थी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इन मामलों को 13 नवंबर को दोबारा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सूत्रों ने सोमवार को बताया, जिन मामलों की जांच एनआईए करने वाली है, वे सशस्त्र उग्रवादियों द्वारा जिरीबाम में महिला की हत्या, जिरीबाम के जाकुराधोर करोंग और बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन के पास सीआरपीएफ पोस्ट पर हमला और और बोरोबेकरा में घरों को जलाने और एक व्यक्ति की हत्या की घटना से संबंधित हैं।

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