हरिद्वार, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जब से मुख्यमंत्री बने है तब से लेकर प्रतिदिन नए विवादास्पद बयान देकर मुख्यमंत्री पद की गरिमा को गिराने का काम कर रहे है। त्रिवेंद्र रावत की कार्यशैली को आगे बढ़ाते हुए रोज हास्यास्पद बयान देकर जनता और पद की मर्यादा को गिराने का काम कर रहे है, उनके बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व प्रदेश प्रवक्ता हेमा भण्डारी ने कहा या तो मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं पिछले कई दिनों से वो इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं । पिछले दिनों महिलाओं के घुटने फटे जींस का मामला हो या महिलाओं के कम कपड़े पहनने का मामला हो। मुख्यमंत्री इतिहास तक भूल गए अपने बयान में उन्होंने भारत को अमेरिका का गुलाम बताने के साथ साथ , कोविड के दौरान कुंटलों राशन बांटने के अलावा ज्यादा बच्चे पैदा करने जैसा विवादास्पद बयान दिया। जिससे साबित होता है वो पूरी तरह से बौखला चुके हैं। हेमा भण्डारी ने यह भी कहा की प्रदेश की जनता ने उनको सीरियसली लेना छोड़ दिया है। जिस तरह की बयानबाजी वो कर रहे हैं प्रदेश की जनता भी उनके बयानों से असहज होरही है। मुख्यमंत्री को तत्काल अपना मानसिक इलाज करवाना चाहिए जिसके चलते इस तरह की बयानबाजी वो लगातार कर रहे हैं चाहे वो महिलाओं को लेकर हो,चाहे भारत के इतिहास को लेकर हो या फिर राशन समेत। मुख्यमंत्री के बयानों का असर पुलिस पर भी दिखाई देने लगा जो प्रोटोकॉल भूल गए। पुलिस द्वारा मदन कौशिक को गार्ड ऑफ ऑनर का सम्मान दिया गया
इतना ही नहीं मदन कौशिक सरकारी हैलिकॉप्टर से बागेश्वर पहुंचे। नियमानुसार मदन कौशिक सरकारी हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। बावजूद उनको सरकारी हेलीकॉप्टर भी दिया गया और पुलिस अधिकारियों ने गार्ड ऑफ़ ऑनर भी दिया। इस मामले की जांच होनी चाहिए।