सहारनपुर। धर्म की रक्षा के लिए दिल्ली के चांदनी चौक पर शहीद होने वाले जगत के नवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी पर्व आज पूरे विश्व मे बड़े प्रेम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। उसी कड़ी मे पटेल नगर स्थित गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल के प्रांगण में सुंदर दिवान सजा कर गुरमत समागम के रूप में हुआ। जिसमे विशेष तौर पर भाई जोधवीर सिंह (लुधियाना वाले), भाई सिमरप्रीत सिंह (हजूरी रागी, श्री दरबार साहिब, अमृतसर) ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा संगत को दी एवं भाई नरिन्दरपाल सिंह (हजूरी रागी जत्था श्री गुरु सिंह सभा), भाई अमरपाल सिंह (हजूरी कथावाचक श्री गुरु सिंह सभा), गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल, गुरु नानक गर्ल्स एवं बॉयज इंटर कालेज के छात्र छात्राओं ने संगत को सिमरन कीर्तन, गुरमत विचारों एवं एवं गुरु तेग बहादुर जी के जीवन और शहादत के इतिहास की गाथा सुना कर संगत को निहाल किया। आयोजन का संचालन परमजीत सिंह चढ़ा ने किया। 350 साला शहीदी दिवस के पावन अवसर पर मैनेजर सतविंदर सिंह माकन ने कहा कि ऐसी ल्हासानी शहादत की मिसाल संसार में और कंही नहीं मिलती। इससे प्रेणा लेकर हमे अपने समाज को, कौम को, देश को मजबूत करने का काम करना चाहिए और गुरु साहब के उपदेशो पर चलना चाहिए। गुरमत समागम में नेत्र चिकित्सा कैंप, एचटीसी वेलफेयर सोसाइटी की ओर से ब्लड डोनेशन कैम्प का भी आयोजन किया गया एवं स्कूल की और से गुरमत प्रदर्शनी लगाई गई। कार्यक्रम को सफल बनाने मे गुरु तेग बहादुर स्कूल प्रबंध समिति के प्रधान सुजसबीर सिंह, प्रभजोत सिंह, परमिन्द्र सिंह कोहली, अमनप्रीत सिंह, छवप्रीत सिंह, मैनेजर सतविंदर सिंह माकन, जसप्रीत सिंह चुग, मनप्रीत सिंह मखीजा, हरेंद्र सिंह चढ़ा, इंदरजीत सिंह गुरुकिरपा, सुरेंदर मोहन चावला, मनदीप सिंह दुआ, जसपाल सिंह, नरेंद्रपाल सिंह सोनू सलूजा, मनप्रीत सिंह भाटीया, कुशीन्द्र सिंह नरूला, जैपाल सिंह, तजिन्द्र सिंह डंग, प्रीतपाल सिंह जुनेजा, इंदरप्रीत सिंह चढा, परमजीत सिंह चढा, जसवंत सिंह बत्रा आदि का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम की समाप्ति पर आयी संगत ने गुरु का लंगर छका।
रिपोर्ट। रमन गुप्ता














