हरिद्वार,हाथरस की दुर्घटना हत्या, हादसा या साजिश? गुनाहगार आयोजक, प्रशासन, भोले बाबा या कोई और?-हाथरस जिले में भोले बाबा के सत्संग में जो हादसा हुआ अत्यन्त दुखद है। इतना बड़े हादसे की वीडियो देखकर रूह कांप गई। चारों तरफ चीत्कार। हादसे को सुनकर अत्यन्त दुख हुआ। जिन परिवारों ने अपने खोए हैं प्रभु उन परिवार वालों को इस दुखद घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।यह हादसा क्यों और कैसे हुआ यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा। सवाल यह उठता है कि आयोजकों ने आयोजन की जानकारी क्या जिला प्रशासन को लिखित में दी? क्या प्रशासन ने आयोजकों को लिखित में अनुमति प्रदान की? क्या आयोजकों ने प्रशासन को आने वाली भीड़ की लगभग संख्या बताई? यदि बताई तो कितनी बताई? और भीड़ आई कितनी? क्या आयोजन स्थल भीड़ के अनुरूप था? क्या आयोजकों ने अपनी तरफ से भीड़ के लिए आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पर्याप्त संसाधनों की व्यवस्था की? या प्रशासनिक मांग की थी? यदि हां, तो प्रशासन से चूक कहां और कैसे हुई? या इस हादसे के लिए कोई तीसरा विकल्प गुनाहगार है? क्या भीड़ किसी साजिश का शिकार है? दोषी जो भी हों उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।और सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि जिसके कारण भीड़ एकत्र हुई वह सुरेश पाल कथित भोले बाबा कहां है? क्या उसको इस हादसे की जानकारी नहीं है? यदि है तो वह अपने भक्तों की पीड़ा को सुनने क्यों नहीं आया? क्यों भागा भागा फिर रहा है ? वास्तविक दोषी वहीं है?क्या उसका हृदय पत्थर से भी कठोर हो गया?