हरिद्वार,कोरोना वायरस का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट राजधानी दिल्ली के लिए नई मुसीबत बन गया है. कोविड-19 के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को बताया कि शहर में पॉजिटिविटी रेट 6 प्रतिशत पहुंच चुका है. सरकार का कहना है कि दिल्ली में कोरोना के मामलों की संख्या एक सप्ताह में अपने पीक पर होगी.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ने जनवरी के पहले दो दिनों में अगस्त से नवंबर के बीच दर्ज किए गए मामलों को भी पीछे छोड़ दिया है. सत्येंद्र जैन ने कहा कि ताजा जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली में टेस्ट किए गए कोरोना सैम्पल में 81 प्रतिशत में ओमिक्रॉन डिटेक्ट हुआ है. इसलिए शहर में तेजी से बढ़ते मामलों के पीछे ओमिक्रॉन को ही जिम्मेदार माना जा रहा है.
जैन ने कहा कि दिल्ली में टेस्ट कराने वाला हर चौथा शख्स कोविड-19 पॉजिटिव निकल रहा है। इसके साथ ही शहर में 17 मौतों की भी सूचना है। पॉजिटिविटी रेट सोमवार को 25 प्रतिशत था, जो पिछले साल 5 मई के बाद सबसे अधिक है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामले आमतौर पर इसलिए अधिक होते हैं क्योंकि अधिकांश अंतरराष्ट्रीय उड़ानें यहां उतरती हैं। ओमिक्रॉन केवल इसी कारण से दिल्ली में तेजी से फैला है। हालांकि, इस बार एक अच्छा संकेत यह है कि अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या बहुत कम है। हर दिन लगभग 20,000 मरीज मिलने के बावजूद, अस्पताल में केवल 2,000 बेड्स ही भरे हैं, जबकि कोविड मरीजों के लिए 12,000 बेड खाली हैं। पिछली लहर में जब दिल्ली में एक दिन में 20,000 मामले आ रहे थे, कम से कम 12,000-13,000 बेड भरे हुए थे।