हरिद्वार। उत्तराखंड अपनी स्थापना का ‘रजत महोत्सव’ मना रहा है, पूरे प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इस दौरान सरकारी भवनों को सजाने से लेकर राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया जा रहा है। वहीं पूरा देश राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के 150वें वर्ष का जश्न पूरे जोश-खरोश के साथ मना रहा है।
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रजत महोत्सव’ के दौरान उत्तराखंड में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर कई वरिष्ठ मंत्रियों का आगमन देवभूमि में हो रहा है। इन सबके बीच हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण की कार्यशैली व सजगता को देख दुःख हो रहा है। वीआईपी घाट, हरिद्वार से मात्र कुछ ही कदमों की दूरी पर स्थित स्वामी विवेकानंद पार्क के सामने हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित ‘‘शहीद पार्क’’ में राष्ट्रीय ध्वज के लिये एक कई फुट ऊंचा पोल लगाया गया है। आज जब उत्तराखंड अपनी स्थापना का रजत महोत्सव मना रहा हो ऐसे में मुख्य मार्ग पर स्थित शहीद पार्क में पोल तो खड़ा है लेकिन उस पोल पर राष्ट्रीय ध्वज का ना होना बड़ा ही खेद का विषय है।जब इस संबंध में हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण के आला अधिकारियों से सवाल किया तो वे उत्तर देने से बचते रहे और एक-दूसरे पर सवाल टालते रहे।उक्रांद नेता व राज्य आंदोलनकारी उदयराम सेमवाल का कहना है कि जब देवभूमि उत्तराखंड अपनी स्थापना दिवस पर रजत महोत्सव के रूप में मना रहा है, ऐसे में मुख्य मार्ग पर स्थित हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित ‘शहीद पार्क’ में स्थापित पोल पर राष्ट्रीय ध्वज का ना होना खेदजनक है। हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित ‘शहीद पार्क’ में राष्ट्रीय ध्वज का ना लहराना चर्चा का विषय बना हुआ है।














