हरिद्वार, थाना बहादराबाद में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत पिछले 3 दिन से धरने पर बैठी हुई थी इस दौरान कल देर रात डीएम और एसएसपी के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया गया वही हरीश रावत ने कहा कि अगर 10 नवंबर तक सभी कार्यकर्ताओं पर लगाए गए आरोप और धाराएं समाप्त नहीं हुई तोफिर से धरना देने की चेतावनी दी है. मामला हरिद्वार पंचायत चुनाव के बाद कांग्रेसियों पर मुकदमे से जुड़ा है.उन्होंने कहा कि इस बार एसएसपी के आवास या डीएम कार्यालय अथवा नेशनल हाईवे पर धरना प्रदर्शन करना है। हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेसी पांच साल लड़ने के लिए तैयार रहें। उधर जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने बताया कि निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया गया है।
मिली जानकारी अनुसार 21 अक्टूबर को अनुपमा रावत के समर्थन में कांग्रेसी कार्यकर्ता गाड़ी लेकर बहादराबाद थाने पहुंच गए अनुपमा रावत और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गए इस दौरान कांग्रेसियों और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर बहस बाजी भी हुई
वहीं शनिवार की सुबह उन्होंने बहादराबाद थाना परिसर में योगाभ्यास किया। योग करते उनकी तस्वीरें अब इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इस दौरान उन्होंने थाना परिसर में सफाई भी की।
दुधारु पशुओं को थाना बहादराबाद परिसर में लेकर आने पर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। इस पर पशुओं को लेकर आए किसान ने कहा कि जब हम यहां धरने पर हैं तो हमारे पशुओं की देखभाल कौन करेगा, जबकि थानाध्यक्ष नितेश शर्मा पशुओं को थाने से बाहर निकालने को कह रहे थे।
इसे लेकर विधायक अनुपमा रावत और थानाध्यक्ष के बीच काफी देर तक नोकझोंक हुई। पुलिस पशुओं को थाना परिसर से बाहर निकालने पर अड़ गई तो धरना दे रहे कांग्रेस कार्यकर्ता इसके खिलाफ हो गए। दोनों पक्षों में इसे लेकर काफी देर तक तनातनी चलती रही, बाद में पशुओं को थाना परिसर में ही बांधने पर विवाद शांत हुआ।