हरिद्वार, शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने इस्लाम को अलविदा कहकर हिंदू धर्म अपना लिया था इसके साथ ही उन्होंने अपना नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी रख लिया वही उन्होने कहा है कि अब वो सन्यास लेंगे जिसके लिए कल वे सभी अखाड़ों से बात करेंगे
मिली जानकारी अनुसार रविवार को वसीम रिजवी ने रुद्रा रुद्राभिषेक किया था मंगलवार को स्वामी आनंद स्वरूप अखाड़ा परिषद के अलावा सभी 13 अखाड़ों से इस संबंध में बातचीत करेंगे। जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद वसीम रिजवी ने हरिद्वार स्थित शांभवी धाम में काली सेना प्रमुख स्वामी दिनेशानंद भारती के साथ भगवान शंकर का रुद्राभिषेक किया था। इस दौरान रिजवी ने संन्यास की इच्छा जताई।
उन्होंने कहा कि अब हिन्दू धर्म में आने के बाद वह सभी मोह माया से दूर होकर संन्यास परंपरा धारण करना चाहते हैं। अभी उनको शामिल किया जाएगा या नहीं इस पर विचार किया जा रहा है। बड़े संतों से भी राय ली जाएगी। परंपरा में ऐसा हो सकता है या नहीं इस पर भी लंबे विचार विर्मश के बाद उन्हें दीक्षा दिलाई जाएगी। मालूम हो कि दिसंबर में हुई धर्म संसद के बाद जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को गिरफ्तार कर लिया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरोपी जितेंद्र नारायण त्यागी को फिर से कोई भड़काऊ भाषण न देने की शर्त पर जमानत दी है। जिसके बाद वसीम रिजवी को मीडिया से दूर रहने के लिए कहा गया था इसलिए वह सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखे हुए हैं
देखना यह है कि क्या वसीम रिजवी को संन्यास की अनुमति मिलती है या नहीं इस चर्चा को लेकर बड़े संतो की सहमति भी जरूरी है