हरिद्वार, थाना भगवानपुर क्षेत्र के डाडा जलालपुर गांव में धारा 144 लागू कर दी गई थी वही गांव वालों के आगे प्रशासन को आखिरकार झुकना ही पड़ा शोभायात्रा निकालने के लिए अनुमति मांगी गई थी लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी जिसके बाद कुछ ग्रामीणों ने अपने घर के बाहर गांव से पलायन करने और मकान बेचने के पोस्टर लगा दिए थे। साथ ही प्रशासन पर धार्मिक स्वतंत्रता के हनन करने का भी आरोप लगाये थे।
मिली जानकारी अनुसार शनिवार सुबह करीब 11 बजे ग्रामीण हरिद्वार से जल और डीजे के साथ शोभायात्रा लेकर गांव के बाहर पहुंचे। वहां पर पहले ही तैनात पुलिस-प्रशासन ने शोभायात्रा को रोक दिया। इसे लेकर ग्रामीणों व पुलिस की तीखी नोकझोंक हुई और हंगामा हो गया। आसपास के ग्रामीणों के जुटने की सूचना पर कलियर, बुग्गावाला, लक्सर, रुड़की, मंगलौर, झबरेड़ा और हरिद्वार से भारी पुलिस बल गांव में बुलाया गया।
इससे नाराज ग्रामीण गांव के बाहर ही धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। करीब दो बजे तक बवाल चलता रहा, आखिरकार पुलिस प्रशासन को ग्रामीणों के दबाव के चलते प्रशासन को झुकना पड़ा। पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शोभायात्रा निकाली गई। इसके बाद ग्रामीणों ने जलाभिषेक किया।
गांव में कोई बवाल न हो इसे लेकर खुफिया विभाग भी अलर्ट रहा। खुफिया विभाग ग्रामीणों की गतिविधियों पर नजर रखता रहा। साथ ही पुलिस अधिकारियों को पल-पल का अपडेट देता रहा। उधर, खुफिया विभाग ने आसपास के गांव से जुटने वाले लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाई।