हरिद्वार,भाजपा के ग्रमीण विधयाक ने यतीश्वरानंद कुछ दिन पहले पांच से अधिक व्यक्तियों के साथ जनसंपर्क करने में जुटे थे जिसको लेकर आम आदमी पार्टी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें विधायक यतीश्वरानंद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी
मिली जानकरी अनुसार आज ग्रामीण विधायक स्वामी यतीश्वरानंद को नोटिस जारी किया गया है। रिटर्निंग अधिकारी पूरण सिंह राणा ने नोटिस का 48 घंटों में लिखित स्पष्टीकरण मांगा है।
नोटिस में बताया गया कि व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से ज्ञात हुआ कि 17 जनवरी को हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में पांच से अधिक व्यक्तियों के साथ स्वामी यतीश्वरानंद जनसंपर्क करने में जुटे थे। इस दौरान स्वामी यतीश्वरानंद और उनके सहयोगियों द्वारा मास्क का भी प्रयोग नहीं किया गया। साथ ही शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं किया गया। हरिद्वार ग्रामीण के रिटर्निंग अधिकारी पूरण सिंह राणा ने बताया कि फोटोग्राफी से स्पष्ट है कि स्वामी यतीश्वरानंद और उनके पांच से अधिक सहयोगियों ने जनसंपर्क के दौरान मास्क का प्रयोग नहीं किया गया। चुनाव आयोग ने रैली और बैठकों में रोक लगा रखी है। बावजूद इसके स्वामी यतीश्वरानंद तस्वीरों में बैठक करते दिखाई दिए। इस संबंध में लालढांग के पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुखविंदर कौर लहरी ने भी मुख्य चुनाव आयुक्त उत्तराखंड को रैली के फोटो भेजकर स्वामी यतीश्वरानंद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
उधर, पूर्व विधायक भीमलाल आर्य को आदर्श आचार संहिता लगने के बाद भी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने पर नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा पांच अन्य लोगों को भी नोटिस दिया गया है। आरोप है कि बीती चार जनवरी को आदर्श आचार संहिता लगने के बाद पूर्व विधायक भीमलाल आर्य ने मुख्य बाजार में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कराया। उप जिलाधिकारी भगत ¨सह फोनिया ने बताया कि कार्यक्रम के आयोजक सहित पांच लोगों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। वर्ष 2012 के चुनाव में भी आर्य पर आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में आर्य जेल भी जा चुके हैं।वहीं, आचार संहिता लगने के बाद बिना अनुमति के तहसील में धरना-प्रदर्शन करने के लिए लिए रिटर्निग ऑफीसर एवं उप जिलाधिकारी डोईवाला शालिनी नेगी ने समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष फुरकान अहमद को नोटिस भेजा है। पांच दिन के अंदर जबाव दाखिल न करने पर उन्हें एकपक्षीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।