हरिद्वार यमुनानगर में रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों के दहन के दौरान हादसा हो गया। इस दौरान लोग लकड़ी उठाने के लिए अंदर घुसे तो जलता पुतला उनके ऊपर गिर गया। जिसके कारण वहां हड़कंप मच गया। जैसे ही पुतलाें का दहन शुरू हुआ तो वातावरण जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। रावण के पुतले के दहन के बाद लोग लकड़ी उठाने के लिए अंदर घुस गए। तभी रावण का पुतला लोगों के ऊपर गिर गया। कई लोग उसके नीचे दब गए। पुलिस व लोगों ने उनको पुतले के नीचे से निकाला। हालांकि उनको ज्यादा चोट नहीं है। रावण के पुतले की लकड़ी लेने के लिए दौड़ते रहे। घायल लोगों को एंबुलेंस में पहुंचाया गया। लोगों पर पुतला देख वहां भगदड़ का माहौल बन गया, जिसे थाना शहर प्रभारी कमलजीत को पुलिस कर्मचारियों के साथ लोगों को वहां से खदेड़ना पड़ा। पुतले के नीचे दबने से सरोजनी कॉलोनी सुरेंद्र कुमार, पुराना हमीदा का विक्रम, बैंक कॉलोनी राकेश, बाड़ी माजरा के मोहित, दीपक घायल हो गए। पुतले के नीचे से निकलने के बाद सातों लोगों में दहशत व डर नजर आया।
यमुनानगर शहर थाना प्रभारी कमलजीत का कहना है कि रावण के पुतले की लकड़ी उठाने के लिए कुछ लोग अंदर आए थे। रावण के पुतले का ढांचा गिरा है लेकिन ढांचा गिरने से किसी भी व्यक्ति को चोट नहीं आई। रावण के दहन के बाद मेघनाथ व कुंभकर्ण के पुतले का दहन हुआ। बता दें कि दशहरा ग्राउंड में 80 फुट के रावण और 60 -60 फुट के मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया गया। यहां पर भारी संख्या में लोग रावण दहन देखने के लिए आए हुए थे। श्री सनातन धर्म सभा की ओर से रावण दहन का कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।