आम आदमी पार्टी की पूर्व प्रदेश प्रवक्ता हेमा भंडारी ने चार धाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को हो रही परेशानीयों को सरकार की लापरवाही और प्रशासन का सुस्त रवैया बताया। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का आकलन सरकार और प्रशासन नहीं कर पाया जिसके कारण हालात बेकाबू हो गए हैं। यात्रा को शुरू हुए अभी 4 दिन ही बीते हैं ।केदारनाथ धाम और गंगोत्री धाम के हालात सही नहीं है भीड़ अधिक होने की वजह से श्रद्धालुओं को घंटे दर्शन के लिए कतार में खड़ा रहना पड़ रहा है कई-कई जगहों पर यात्रा शुरू होते ही श्रद्धालुओं को सड़कों पर जाम से जूझना पड़ रहा है। चार दिनों में अब तक सात मोतैं हो चुकी है। स्थानीय दुकानदारों और तीर्थ पुरोहितों के केदारनाथ बाजार बंद करने का ऐलान होते ही खाने पीने की दिक्कतों का श्रद्धालुओं को सामना करना पड़ रहा है। मंत्री और सीएम लगातार प्रचार में व्यस्त है। कई श्रद्धालु बिना दर्शन के ही वापस लौटने को मजबूर है।
आज ट्रेवल्स व्यवसायी, होटल व्यवसायी और जिनका व्यापार चार धाम यात्रा पर निर्भर है। सभी सरकार की लापरवाही के कारण जूझ रहे है। सड़को पर उतरकर प्रदर्शन करने पर मज़बूर है। सरकार के कानो में जु तक रेंग रही। ऐसे में चार धाम यात्रा में आये श्रद्धांलु उत्तराखंड से मायूस लौटने पर मज़बूर है।