हरिद्वार, (विजय पंडित)आज माया विहार कॉलोनी में होली दहन किया इस दौरान क्षेत्रवासियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया होली दहन से पहले क्षेत्रवासियों ने एक दूसरे को गले लगाकर गुलाल लगाया जिसके बाद चौधरी बृजपाल सिंह , श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी शुभम पंडित ने होली दहन किया खुशी, उत्साह और उमंग के साथ विधिवत पूजा-अर्चना कर एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगातार बधाई देते नजर आए।
मिलि जानकारी अनुसार होली हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख त्योहारों मे है. पौराणिक कथा के अनुसार, भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर जब हिरण्यकश्यप का वध किया था, तभी से इस त्योहार को मनाने की परंपरा चली आ रही है. फाल्गुन मास की पूर्णिमा पर होलिका दहन किया जाता है और उसके अगले दिन यानी चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को रंगों की होली खेली जाती है. मंदिर में शाम को महाआरती की गई। श्री सिद्धेश्वर महादेव मन्दिर माया विहार मे भगवान को पुष्प अर्पित किया गया
सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के शुभम पंडित ने बताया की दैत्य राजा हिरण्यकश्यप अपने बेटे प्रह्लाद को भगवान श्री विष्णु की भक्ति करने से मना करता था. लेकिन प्रह्लाद ने पिता की एक न सुनी. आखिरकार हिरण्यकश्यप ने प्रह्लाद को कष्ट देना शुरू कर दिया और बहन होलिका से गुहार लगाई कि वह प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठ जाए. क्योंकि होलिका को शिवजी से वरदान प्राप्त था कि, वह आग से जल नहीं सकती. होलिका प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठ गई. लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद को कुछ नहीं हुआ और होलिका अग्नि में जल गई. इसलिए हर साल फाल्गुन पूर्णिमा के दिन अग्नि जलाकर होलिका दहन किया जाता है.
क्षेत्रवासियों ने होलिका दहन के कार्यक्रम में लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया होली दहन के कार्यक्रम में चौधरी बृजपाल सिंह अमित सोनी नरसिंह महावीर जोशी संतोष कुमार विपिन पूर्वे शिवदत्त दिनेश श्याम भारद्वाज विकास अरुण मिश्रा संजय गर्ग आदि क्षेत्रवासी शामिल रहे