हरिद्वार, देहरादून के त्यूणी क्षेत्र में कल शाम 5:00 बजे 4 मंजिला इमारत में सिलेंडर फटने से भीषण आग लग गई जिसमें 4 मासूम जिंदगियां चलकर खाक हो गई हर कोई बेबस खड़ा देखता रहा लेकिन उन जिंदगी को नहीं बचा पाया वहीं लोगों को आरोप है कि सूचना के बाद भी दमकल की गाड़ी देर से पहुंची. इसके अलावा उसके पास पानी भी कम था. उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. इस पर अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि अगर घटना में फायर यूनिट की ओर से किसी तरह की कोई देरी या लापरवाही सामने आती है तो संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने जनता से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. दहकती रही आग जल कर खाक हुआ लकड़ियां का मकान बाहर खड़ी दमकल की खाली गाड़ियां पानी की व्यवस्था ना होने कारण काफी समय लग गया आग बुझाने में इन चार जिंदगियों की मौत का जिम्मेदार कौन आखिरकार क्यों नहीं था दमकल की गाड़ियों मे पानी की सुविधा
मिलि जानकारी अनुसार मई 2005 को राज्य के सबसे भयानक एवं भीषण अग्निकांड से त्यूणी का गुतियाखाटल बाजार पूरी तरह जलकर स्वाह हो गया था। उस समय 250 दुकानें व मकान आग की भेंट चढ़ गए। जिससे एक महिला गंभीर रुप से घायल हुई और करीब दस करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ था। वही इसके बाद एक बार फिर दहक उठा त्यूणी पुल के पास सूरत राम जोशी का घर है. सूरत राम जोशी शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं. गुरुवार 6 अप्रैल शाम को करीब पांच बजे उनके घर में अचानक लोगों को आग लपटें उठती हुई दिखाई दी, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर के अनुसार घर के अंदर बच्चों की काफी तलाश की गई. लेकिन आग इतनी भीषण थी कि रेस्क्यू में सफलता नहीं मिली. रात में ही एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर भी मौके पर पहुंचे.
आग लगने की इस घटना में चारों बच्चों की मौत हो गई. उनके नाम इस प्रकार हैं-रिद्धि पुत्री जगता आयु-10 वर्ष. सोनम पुत्री त्रिलोक आयु -9 वर्ष. शैजल आयु- 2.5 वर्ष और मिस्टी आयु -05 वर्ष, माता का नाम- कुसुम. घटना स्थल पर जिला प्रशासन, पुलिस टीम थाना त्यूनी, फायर सर्विस त्यूनी एवं हिमाचल, एसडीआरएफ टीम मोरी (उत्तरकाशी), 108 एम्बुलेंस सेवा द्वारा राहत एवं बचाव कार्य किया गया. स्थानीय ग्रामीणों और निवासियों ने भी राहत बचाव कार्य में सहयोग दिया. जिलाधिकारी ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के जांच के आदेश दिए हैं.
सीएम धामी ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख सहायता राशि देने की घोषणा की है. जिलाधिकारी द्वारा राहत बचाव कार्यों में लापरवाही पर नायब तहसीलदार को निलंबित किया गया है. इसके साथ ही अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को लाइन हाजिर किया गया है.