आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी जिला कार्यालय में रामपुर तिराहा कांड में शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों को याद करते हुए उत्तराखंड के इतिहास का काला दिन बताते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर पार्टी की प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष महिला मोर्चा हेमा भंडारी ने कहा कि रामपुर तिराहा कांड उत्तराखंड के इतिहास में काला दिन है। 2 अक्टूबर 1994 के दिन राज्य आंदोलनकारियों पर अमानवीय अत्याचार हुआ था पुलिस की क्रूरता से लाठी चार्ज में 24 राउंड फायरिंग में 7 लोगों की जान चली गई थी और डेढ़ दर्जन से अधिक आंदोलनकारी घायल हुए थे।
पार्टी के जिला अध्यक्ष इंजीनियर संजय सैनी ने कहा की उत्तराखंड एक ऐसा पहला राज्य है जो शहादत के बाद मिला है , पृथक राज्य की मांग को लेकर बस से दिल्ली जा रहे राज्य आंदोलनकारी को मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा में पुलिसिया लाठी चार्ज किया और महिलाओं से अभद्रता हुई जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता ,आज राज्य गठन के 23 वर्षों के बाद भी अभी तक इंसाफ न मिल पाया जो दुरभाग्यपूर्ण है। आम आदमी पार्टी आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी को भी याद करते हुए सरकार से मांग करती है की माननीय सर्वोच्च न्यायालय में सख्त परवी की जाए और राज्य आंदोलनकारी को इंसाफ दिलाया जाए।
महानगर अध्यक्ष अनिल सती ने कहा कि हमारे राज्य आंदोलनकारियों की शहादत का ही नतीजा है कि आज हमें पृथक राज्य उत्तराखंड मिला परंतु आज भी पहाड़ विकास से कोसों दूर है ,आज भी उत्तराखंड मूलभूत सुविधाएं शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार के लिए तरस रहा है। उत्तराखंड की जमीनों पर बाहरी लोगों का कब्जा है। पहाड़ में पलायन हो रहा है, जल जंगल जमीन को खुर्द बुद् किया जा रहा है। राज्य आंदोलनकारी चिन्हीकरण को लेकर सरकारी विभागों के चक्कर काटने को मजबूर है। इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष अनिल सती, संगठन महामंत्री आशीष गॉड, विधानसभा अध्यक्ष ग्रामीण संजू नारंग, जिला उपाध्यक्ष यशपाल सिंह चौहान, जिला उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार, विधानसभा उपाध्यक्ष किरण कुमार दुबे, मयंक गुप्ता, वार्ड अध्यक्ष 6 मानिक गिरी, भरत कुमार, कार्यालय प्रभारी संजय गौतम, संजय वालिया, गुलशन कुमार मौजूद रहे।