आज ऑनलाइन माध्यम से प्रदेश की तीन मुख्य योजनाओं जिनमें से
देवभूमि उद्यमिता योजना,
मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रस्थान योजना, मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना
को लेकर के उत्तराखंड प्रदेश के सभी प्राचार्य व नोडल अधिकारों के साथ उच्च शिक्षा निदेशक व संयुक्त उच्च शिक्षा निदेशक के तत्वाधान में प्रोफेसर गोविंद पाठक, सहायक निदेशक उच्च शिक्षा हल्द्वानी, प्रोफ़ेसर दीपक पांडे, प्रोफेसर प्रमोद, सहायक निदेशक क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून ने गहराई से अवगत कराया ।
इस अवसर पर ऑनलाइन माध्यम से राजकीय मॉडल महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अर्चना गौतम व नोडल अधिकारी प्रोफेसर सत्येंद्र कुमार ने इस मीट को अटेंड किया और कुछ सूचनाओं साझा की। प्रोफेसर गोविंद पाठक ने मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की। डॉक्टर पाठक ने बताया कि एनडीए के लिए पहले से ही ट्रेनिंग करने के लिए छात्रों को 50000 की एक राशि दी जाती है, इसके साथ-साथ उत्तराखंड से पास आउट 12th या ग्रेजुएशन करने वाले छात्र छात्रों को आईएएस की प्रिलिमनरी परीक्षा पास करने के बाद मेंन परीक्षा की तैयारी के लिए भी 50000 की एक मुक्त राशि उनको दी जा रही है। इसके साथ-साथ ही इस वर्ष 2023 24 के लिए तीन योजनाएं लागू की गई है उनमें से देवभूमि उद्यमिता योजना, मुख्यमंत्री शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना और मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना है इन योजनाओं के तहत लाभ लेने के लिए सभी छात्रों की 75 परसेंट अटेंडेंस आवश्यक है तत्पश्चात यह योजना यू जी और पीजी लेवल दोनों स्तर पर तीनों संकायों में लागू की जाएगी। यूजी में 80 परसेंट से ऊपर पहले तीन छात्रों को 3000, 2000, व 1500 की राशि प्रतिमाह दी जाएगी । इसी प्रकार पीजी में भी में 60% से ऊपर होने के बाद 5000, 3000 व 2000 की राशि पहले तीन टॉपर को दी जाएगी । इसी के साथ-साथ यह योजना सेकंड ईयर व थर्ड ईयर में भी टोटल के 10% पहले तीन छात्रों को ₹1500 प्रतिमाह दिया जाएगा
इसके साथ-साथ ही डॉक्टर पाठक ने बताया कि पीएचडी करने वालों के लिए ₹5000 प्रति माह की योजना अभी शासन में विचाराधीन है आदेश आते ही इसको भी लागू कर दिया जाएगा ।
प्रोफ़ेसर दीपक पांडे ने बताया कि मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत शिक्षकों व छात्रों को 15 लाख से लेकर के 18 लाख तक की योजना दी जाएगी। उनको किसी अच्छे प्रोजेक्ट को ऑनलाइन समर्थ पोर्टल के माध्यम से सबमिट करना होगा फिर एक जांच टीम द्वारा उसका निरीक्षण करके उनको यह योजना प्रदान की जाएगी। इस योजना को 2 वर्ष में पूर्ण करना होगा । इस योजना के माध्यम से कॉलेज और विश्वविद्यालय को मौका मिलेगा शोध करने का व अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को साउंड करने का जो नेट के लिए कंपलसरी है । इस योजना में उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी विश्वविद्यालय के लर्नर्स स्टूडेंट्स को लाभ नहीं मिल पाएगा । यह केवल रेगुलर छात्रों के लिए और 75% अटेंडेंस के साथ ही इस योजना का लाभ मिल पाएगा ।अधिक जानकारी के लिए प्रोफेसर पाठक ने बताया कि उच्च शिक्षा की वेबसाइट पर यह सभी योजनाएं लागू है जिसकी वेबसाइट है /www.he uk.gov.in/ तथा साथ में उन्होंने यह भी गुजारिश की की सभी कॉलेज अपने वेबसाइट पर इन योजनाओं को पोस्ट करें और इनका प्रचार प्रसार करें ताकि सभी छात्रों को इसका लाभ मिल सके और प्रदेश की योजना गांव गांव जन-जन तक पहुंच सके।
प्रोफेसर प्रमोद जी ने बताया कि शिक्षकों के लिए भी उच्च शिक्षा में डॉक्टर भक्त दर्शन उच्च शिक्षा सम्मान, मुख्यमंत्री सम्मान एवं मुख्यमंत्री गौरव सम्मान आदि योजनाएं को लागू किया गया है इसके लिए शिक्षक समय-समय पर अप्लाई करके उसका लाभ उठा सकते हैं । कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर पांडे ने बताया कि सभी शिक्षकों को प्रोजेक्ट में अप्लाई करना कंपलसरी है अप्लाई करने वालों की सूचना और न करने वालों की सूचना कॉलेज के माध्यम से शासन को प्रेषित की जाएगी