हरिद्वार, उत्तराखंड में चल रहे वैश्विक निवेशक सम्मेलन का आज अंतिम दिन इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप मे शामिल हुए वही वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दूसरे दिन पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन, इंफ्रास्ट्रक्चर, वन एवं सहयोग क्षेत्र, उद्योग-स्टार्टअप, आयुष व वेलनेस, सहकारिता एवं खाद्य प्रसंस्करण विषय पर छह सत्र आयोजित किए गए।
मिली जानकारी अनुसार देहरादून के एफआरआई में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन के शुभारंभ पर कई बड़े उद्योगपतियों ने उत्तराखंड में निवेश का एलान किया। वहीं प्रदेश सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), रियल एस्टेट, हेल्थ केयर, उच्च शिक्षा, पर्यटन, फिल्म, आयुष, ऊर्जा क्षेत्र में निवेश प्रस्ताव पर एमओयू किए हैं। इसमें सरकार ने 44 हजार करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
निवेशक सम्मेलन के लिए धामी सरकार ने लंदन, बर्मिघम, दुबई, अबुधाबी, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, अहमदाबाद, बंगलुरु के अलावा प्रदेश स्तर हुए रोड शो, मिनी रोड में तीन लाख करोड़ के निवेश पर करार किया था। निवेशक सम्मेलन के पहले दिन निवेशकों के साथ अलग-अलग क्षेत्रों में 44 हजार करोड़ के निवेश पर एमओयू किया गया। इसके अलावा अदाणी एंटरप्राइज के निदेशक प्रणव अदाणी ने 1700 करोड़ के निवेश का एलान किया। वैश्विक निवेशक सम्मेलन के पहले दिन 44 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव पर सरकार ने निवेशकों के साथ करार किया है।
इस खास मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के समापन सत्र में भाग लिया और संबोधन दिया। इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि मैंने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी से लक्ष्य के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि 2 लाख करोड़ रुपये, लेकिन आज 3.5 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। मैं इसके लिए राज्य प्रशासन को बधाई देना चाहता हूं। सीएम धामी के नेतृत्व में प्रदेश ने कमाल किया है।
गृह मंत्री शाह ने कहा कि अब उत्तराखंड बनेगा। इसका विकास होगा और इसकी अलग पहचान बनेगी। ये इन्वेस्टर्स समिट दुनिया भर में यह एक मजबूत उदाहरण है कि यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता से समझौता किए बिना और पर्यावरण-अनुकूल तरीकों का पालन करके खुद को व्यापार से जोड़ सकता है।