हरिद्वार, आज कल उत्तराखंड मे बारिश के कारण जीवन अस्त व्यस्त हो गया जिसके कारण सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं वही बारिश का पानी इनमें लगातार जमा हो रहा है जिसके कारण अभी तक कई घटना घटित हो चुकी है जिसका आज जायजा लेने के लिए दीपक रावत और डीआईजी ट्रैक्टर बैठकर खटीमा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे उन्होंने खटीमा बाजार, नगला तराई गांव, मेलाघाट जमौट, प्रतापपुर आदि क्षेत्रों का निरीक्षण कर राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया। कहा कि किसी को भी कतई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। लोग संयम व धैर्य से काम लें, सभी को राहत पहुंचाई जाएगी।
मंडलायुक्त रावत ने डीएम उदयराज सिंह, एसएसपी मंजुनाथ टीसी, एसडीएम रविंद्र बिष्ट, एनडीआरएफ से राहत और बचाव कार्यों की पूरी जानकारी ली। डीएम ने बताया कि रविवार रात से क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण सुबह जलभराव हो गया था।
सुबह से ही राहत बचाव कार्य शुरू किया गया। अभी तक प्रशासन, पुलिस और एनडीआरएफ ने क्षेत्र के लगभग 500 लोगों को सुरक्षित निकाला। कुछ लोग रिश्तेदारों के यहां चले गए, वहीं अन्य को राहत शिविरों में ठहराया गया है। जो घर में रहकर ही पानी के कम होने का इंतजार कर रहे है उन्हें खाना-पानी दिया गया है।
बताया कि राजीव नगर अमाऊ, पकड़िया, प्रतापपुर व तराई नगला क्षेत्र में पानी भरा हुआ था, सभी जगह राहत बचाव कार्य किया गया। एडीएम, एसडीएम वहीं कैंप कर रहे हैं। सारी व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे, राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।
मंडलायुक्त ने कहा कि वर्षाकाल में सांपों के काटने का भय रहता है, इसलिए चारपाई में व ऊचे स्थानों पर सोएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को चिकित्सालयों में एंटी स्नेक वैनम पर्याप्त मात्रा में रखने और जलजनित बीमारियों की दवा भी पर्याप्त मात्रा में रखने के निर्देश दिए