हरिद्वार,पहाड़ को लोग जंगली जानवरों के आतंक के साए में जी रहे हैं। आए दिन गुलदार औऱ बाघ के हमलों में मारे जा रहे हैं। टिहरी जनपद में ही 6 दिन के भीतर गुलदार के हमले की 3 घटनाएं हो चुकी हैं जिसमें दो बच्चों ने जान गंवाई है। सोमवार को भी टिहरी के हिंदाव में 9 साल की बच्ची को गुलदार ने निवाला बना लिया। इन घटनाओं से लोगों में आक्रोश है। जन आक्रोश देखते हुए वन विभाग ने गुलदार को मारने के आदेश जारी कर दिए हैं।
मिली जानकारी अनुसार हिंदाव पट्टी के भौड गांव निवासी रूकम सिंह की नौ वर्ष की बेटी पूनम स्कूल से आने के बाद घर के आंगन में अकेले ही खेल रही थी। उसके तीन अन्य भाई बहन घर के अंदर थे। बच्चों की मां उषा देवी शिवालय में जलाभिषेक करने गई हुई थी।
शाम चार बजे के लगभग मां मंदिर से वापस घर लौटी तो पूनम घर पर नहीं मिली। जबकि पूनम की बड़ी बहन प्रियंका, छोटा भाई प्रिंस और आराध्या कमरे में सो रखे थे। मां ने आसपास ढूंढ खोज की तो पूनम का कहीं पता नहीं चल पाया। आसपास के अन्य लोगों ने भी ढूंढ खोज शुरू की तो घर से कुछ दूरी पर रास्ते में पूनम की चप्पल और खून के धब्बे मिले। शाम छह के लगभग पूनम का शव घर से लगभग 30 मीटर दूरी पर झाड़ियों के बीच पड़ा हुआ मिला। गांव के विक्रम सिंह घणाता ने बताया कि पूनम गांव के स्कूल में कक्षा चार में पढ़ती थी।
डीएफओ पुनीत तोमर ने बताया कि देर रात को ही घटना की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई. मंगलवार 23 जुलाई सुबह शासन से आदेश आए है कि पिंजरा या ट्रेंकुलाइज करके गुलदार को कैद किया जाए. यदि इसमें कामयाबी नहीं मिलती है तो अंतिम विकल्प के तौर पर गुलदार को आखेट यानी मारने की अनुमति मिली है.डीएफओ पुनीत तोमर के मुताबिक गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम इलाके में मौजूद है, जो अपनी कार्रवाई कर रही है. आज से गुलदार को पकड़ने का ऑपरेशन शुरू हो गया है. वहीं जिस गांव में ये घटना हुई है, वो इलाका चारों तरफ से जगल से घिरा हुआ है. इसीलिए वहां लोपिग के आदेश भी दिए गए है. इसके अलावा गांव में सोलर लाइड के लिए भी बोल दिया गया है