हरिद्वार,उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ हादसे में मृतकों की जानकारी देते समय सीएम योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए। उनका गला रुंध गया। उन्होंने मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद पहले से लगाई थी। तमाम आयोजनों में 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की बात कही जा रही थी। इसके लिए तैयारी भी किए जाने का दावा किया गया। लेकिन, मंगलवार को उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने में सफलता नहीं मिल पाई। इस कारण महाकुंभ मेला में दुखद हादसा हुआ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे को लेकर कहा कि इस पर सवाल उठेंगे। लेकिन, हमारी सरकार और प्रशासन की ओर से इस हादसे से निपटने की कोशिश की गई है।
CM योगी आदित्यनाथ ने कहा, “सरकार ने फैसला किया है कि घटना की न्यायिक जांच की जाएगी। इसके लिए हमने जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है। हम पूरे दिन मुख्यमंत्री कंट्रोल रूम, मुख्य सचिव कंट्रोल रूम और डीजीपी कंट्रोल रूम से पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। दिनभर बैठकों का दौर चलता रहा और प्रशासन से घटनाक्रम को लेकर लगातार संवाद होता रहा सुबह से ही हमें प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रेल मंत्री, राज्यपाल व अन्य लोगों से आवश्यक दिशा-निर्देश मिल रहे हैं
सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया. आगे आने वाले अमृत स्नान पर व्यवस्था को और मजबूत बनाया जाएगा.सीएम योगी ने भावुक होते हुए कहा, ‘मंगलवार सुबह 7 बजे से ही काफी संख्या में स्नान कर रहे थे और काफी संख्या में ब्रह्म मुहरत के इन्तजार कर रहे थे. इस हादसे में 90 से ज्यादा घायल हुए हैं. बैरिकेडिंग को तोड़कर जाने के क्रम में 30 की मौत हुई है. 36 का इलाज चल रहा है. पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी संवेदना है. हादसे के कुछ ही देर के बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर प्रशासनिक अमला घटनास्थल पर पहुंचा. हादसे पर सवाल उठना लाजमी है. प्रेशर मौनी अमावस्या का था. प्रशासन लगातार रास्ता बना रहा था. सुबह 4 बजे के बाद ब्रह्म मुहुर्त था. उसके बाद अमृत स्नान हुआ है.’