देवबंद। ब्यूरो चीफ खिलेंद्र गांधी)विद्युत वितरण उपखंड कार्यालय रेलवे रोड पर विद्युत निगम ने 50 वर्ष पुराने सरकारी कैश काउंटर को बंद कर दिया है। इस कारण औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन से जुड़े उद्यमियों ने निगम अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपकर कैश काउंटर को पुन: चालू करने की मांग की है।
बुधवार को आईआईए के अध्यक्ष बृजेश कंसल के नेतृत्व में उद्यमियों ने निगम के अधिशासी अभियंता मृत्यंजय शाही को सौंपे ज्ञापन में कहा कि सरकारी कैश काउंटर बंद होने के कारण सरकारी राजस्व प्रभावित हो रहा है, क्योंकि सरकारी काउंटर बंद होने के कारण चेक के माध्यम से बिजली का बिल जमा नहीं हो पा रहा है। वर्तमान में बिल जमा करने का कार्य प्राइवेट लोगों से कराया जा रहा है, जिन पर उद्यमी भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने उद्यमियों के हित को ध्यान में रखकर कैश काउंटर को चालू किए जाने की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने ज्ञापन में औद्योगिक क्षेत्र में नीचे लटकी केबिलों को ऊपर कराए जाने, औद्योगिक क्षेत्र को कटौती मुक्त किए जाने, गंगा शुगर फीडर से कॉलोनियों का लोड़ हटाए जाने की भी मांग की है। ज्ञापन देने वालों में शिवम सिंघल, कुणाल गिरधर, सचिन छाबड़ा, अरुण कुमार छाबड़ा आदि उद्यमी शामिल रहे।