हरिद्वार,ज्वालापुर फाटक पर कुछ दिन पहले रेल की तेज गति होने के कारण चार घर के चिराग आँखो से ओझल हो गये जिसके बाद हर कोई डरा हुआ है वही पार्क अफसरों की नींद भी उड़ गयी है उनका कहना है की इतनी ट्रेन की रफ्तार होने से वन्यजीवो को खतरा है वही उन्होंने मुरादाबाद मण्डल को पत्र लिखकर रेल की गति 40 प्रति घंटा करने को कहाँ
मिली जानकरी के अनुसार राजाजी टाइगर रिजर्व के अधिकारीयों को वन्यजीवो की चिंता हो रही है रेलवे ने हरिद्वार क्षेत्र में हाल में रेलगाड़ियों की गति सीमा बढ़ाने का एलान किया है, हालांकि, रेलवे अधिकारी राजाजी पार्क क्षेत्र में गति पूर्ववत रखने की बात कह रहे हैं। लेकिन वन विभाग के अधिकारी सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर मंथन कर रहे हैं। जिसके बाद राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक डीके सिंह ने मुरादाबाद मण्डल को पत्र लिखकर रेल की गति 40 किलो मीटर प्रति घंटा की रफ्तार के लिए कहाँ गया हरिद्वार रायवाला के बीच के रेलवे ट्रेक पर वन्यजीवों की सक्रियता लगातार बनी रहती है। पूर्व में यहां हाथियों के ट्रेन की चपेट में आने की घटनाएं हो चुकी है। राज्य गठन के बाद से यहां अब तक 19 हाथी जान गंवा चुके हैं। वही पत्र मे साफ लिख दिया है की ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाए जाने पर वन्य जीवों के साथ दुर्घटना होती है तो उसका जिम्मेदार रेलवे होगा