हरिद्वार,कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर दुनियाभर में खौफ का माहौल हैं। वहीं दुनियाभर में इस वेरिएंट के तेजी से बढ़ रहे मामलों ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस वेरिएंट को पहले ही खतरनाक बता रहा था। साथ ही लोगों को इससे सावधान रहने की सलाह दे रहा था। वहीं अब WHO ने ओमिक्रॉन को लेकर एक और टिप्पणी कर दी है, जिससे लोगों की चिंता और बढ़ गई। दरअसल, विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इन नए वेरिएंट को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है, इससे अस्पताल भरने के साथ ही कोरोना से होने वाली मृत्युदर में भी इजाफा हो सकता है। अप्रयत्क्ष रूप से विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन दुनियाभर में कोरोना की अगली लहर ला सकता है।
भारत में ओमिक्रॉन संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर अब 45 हो गई है। पहले की तरह सबसे ज्यादा संक्रमण महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। वहीं दूसरा सबसे अधिक प्रभावित राज्य राजस्थान है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है और प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा है।
वही ऋषिकेश में राफ्टिंग और कैंपिंग के व्यवसाय पर कोरोना का साया फिर से मंडराना शुरू हो गया है। नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के आने से राफ्टिंग और कैंपिंग करने आ रहे सैलानियों की संख्या में गिरावट आ रही है। प्रदेश की सीमाओं पर कोरोना जांच होने से पर्यटकों को परेशानी हो रही है। कई पर्यटकों ने अपनी ऑनलाइन बुकिंग रद्द कर दी हैं।
गंगा नदी रीवर राफ्टिंग रोटेशन समिति के अध्यक्ष दिनेश भट्ट, राफ्ट व्यवसायी राज कुमार और अनुराग पयाल ने बताया कि देश, विदेश में नए वैरिएंट की दस्तक से पर्यटकों में डर का माहौल है। इसका असर अब तीर्थनगरी में संचालित राफ्टिंग और कैंपिंग पर पड़ रहा है। राफ्टिंग और कैंपिंग को आने वाले पर्यटकों ने ऑनलाइन बुकिंग रद्द कर दी हैं। वीकेंड पर भी पर्यटकों की संख्या कम हो गई है। स्थिति यह है कि अब यहां व्यवसाय 30 से 35 प्रतिशत ही रह गया है।