हरिद्वार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) वीवो और अन्य चीनी फर्मो से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की रोकथाम के संबंध में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और दक्षिणी राज्यों में 44 स्थानों पर छापेमारी कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि वीवो के कार्यालय और कुछ अन्य चीनी कंपनियों के परिसरों पर छापेमारी की जा रही है। वीवो ने अभी तक कुछ नहीं कहा है और ईडी के अधिकारी भी रिकॉर्ड में नहीं आए हैं।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक हाल ही में दिल्ली पुलिस (आर्थिक अपराध शाखा) ने जम्मू और कश्मीर की एजेंसी के एक डिस्ट्रीब्यूटर के खिलाफ केस दर्ज किया था जिसके बाद ईडी ने मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था. इसमें आरोप लगाया गया था कि उस कंपनी के कुछ चीनी शेयरहोल्डर्स ने फर्जी तरीके से अपने आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट्स को बनाया. अब ईडी को शक है कि यह फर्जीवाड़ा शेल या फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल करके अवैध रूप से कमाए गए धन की हेराफेरी करने के लिए की गई थी. इसमें से कुछ ‘आपराधिक आय’ को विदेश भेजा गया या भारतीय एजेंसियों को धोखा देकर कुछ अन्य कारोबार में लगा दिया गया.करीब दो साल पहले वर्ष 2020 में मेरठ पुलिस ने वीवो के खिलाफ देश भर में एक ही आईएमईआई नंबर के 13,500 फोन चलाने के फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया था. इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी (IMEI) 15 अंकों का एक विशिष्ट नंबर होता जो हर स्मार्टफोन के लिए अलग-अलग होता है. वर्ष 2015 में दूरसंचार नियामक ट्राई द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक सभी स्मार्टफोन के आईएमईआई अलग-अलग होने चाहिए और अगर ऐसा नहीं होता है तो तीन साल तक की जेल हो सकती है.