हरिद्वार, आज सावन माह का 7दिन है जिसमे पंचक समाप्त हो गए हैं जिसके बाद हरिद्वार में 25 लाख लोगों ने गंगाजल भरकर अपने स्थान को प्रस्थान किया यात्रा शुरू होने से लेकर बुधवार तक 73 लाख सात हजार कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल लेकर निकल चुके हैं। बुधवार को हाईवे पर डीजे के साथ सजावटी और लाइटों वाली कांवड़ नजर आई। आज सुबह से बारिश हो रही थीं वही आज बड़ी संख्या में हरियाणा, पंजाब और दिल्ली से कांवड़ियों का आगमन प्रारंभ हो गया। कांवड़ पटरी पर शिवभक्तों का कारवां अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहा है। डीजे की धुन पर नृत्य करते हुए भोले के भक्तों का सैलाब हाईवे पर आरक्षित लेन में दिखाई दे रहा था। रंग-बिरंगी कांवड़ को देखने के लिए हाईवे के दोनों तरफ लोगों की भीड़ जुट रही है।
पंचक समाप्त होते ही कांवड़ यात्रा चरम पर पहुंचने लगी। हाईवे पर कांवड़ियों का दबाव दिखा। चौराहों पर जाम लगा। बड़ी कांवड़ के साथ कांवड़िए जत्थों में निकले। कांवड़ यात्रा में अगले पांच दिनों तक धर्मनगरी में भगवा रंग में रंगे शिवभक्तों का सैलाब नजर आएगा। हरकी पैड़ी से लेकर मंदिरों व बाजारों में शिवभक्त कांवड़िए ही केसरियां रंग में रंगे हुए दिखाई दे रहे हैं।
हरकी पैड़ी से गंगाजल लेकर लौट रहे बच्चे, महिला, पुरुष, बुजुर्ग आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। भगवान शंकर की भक्ति के आगे बुढ़ापा भी घुटने टेक रहा है, जबकि महिलाएं व बच्चे भी जोश से भरे हैं। हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर कांवड़िये भगवा रंग की टी-शर्ट, पायजामा, टोपी पहनकर कांवड़ उठा रहे हैं। वहीं, पैरों में बंधे घुंघरु की छम-छम करती आवाज श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। श्रद्धालु व क्षेत्रवासी भी बम भोले के जयकारे से कांवड़ियों का उत्साहवर्द्धन कर रहे हैं।